उत्तराखंड के ऋषिकेश से पांच दिनों से लापता अंकिता भंडारी की हत्या को लेकर पहाड़ की जनता में जबरदस्त आक्रोश है। शनिवार को ऋषिकेश एम्स में अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। तीन डॉक्टरों के पैनल ने अंकिता का पोस्टमार्टम किया। अंकिता का शव देर शाम ऋषिकेश से श्रीनगर पहुंचेगा। अलकनंदा किनारे अंकिता का अंतिम संस्कार होगा। एसडीएम अजय वीर सिंह ने बताया कि घाट पर दाह संस्कार के इंतजाम कर दिए गए हैं। पांच दिनों से लापता अंकिता भंडारी की चीला नहर में धकेल कर हत्या की गई। यह खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर रिसॉर्ट के संचालक पूर्व राज्यमंत्री के बेटे रिसॉर्ट संचालक पुलकित आर्य व उसके दो मैनेजरों को गिरफ्तार किया।
शव की तलाश के लिए बंद कराया गया नहर का पानी
चीला नहर में धक्का दिए जाने की बात पता चलने पर पुलिस ने अंकिता का शव तलाशने के लिए एसडीआरएफ की मदद ली। नहर का पानी बंद कराया लेकिन शुक्रवार शाम तक उसका शव बरामद नहीं किया जा सका। शनिवार सुबह अंकिता का शव बरामद कर लिया गया। एएसपी कोटद्वार शेखर सुयाल ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19) वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह गत 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की ओर से उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई।
पूछताछ में रिसॉर्ट के मालिक और मैनेजर ने उगले राज
गुरुवार तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो रिसॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। रिसॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिसॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों ही रिसॉर्ट में लौटे। अंकिता उनके साथ नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारे घटनाक्रम को उगल दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि अंकिता पर वह यहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे। यह बात अंकिता सबको बता रही थी।
अंकिता बार-बार रिसॉर्ट की हकीकत सामने लाने की दे रही थी धमकी
वह बार-बार रिसॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज के पास गए। वहां पर उन्होंने फास्टफूड के साथ शराब पी। इसके बाद आगे चले और नहर किनारे रुक गए। यहां पर पुलकित और अंकिता का फिर से झगड़ा होने लगा। इस बीच अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फोन छीनकर नहर में फेंक दिया। इस बात पर पुलकित को गुस्सा आ गया और उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। अंकिता ने दो बार पानी से ऊपर आकर बचाने की आवाज लगाई। मगर, तीनों डर गए और वहां से भागकर रिसॉर्ट में आ गए। यहां पर उन्होंने कर्मचारियों को इस तरह से बताया कि अंकिता अपने कमरे में है।
गुस्साए लोगों ने की आरोपियों की जमकर पिटाई
कुछ देर बाद तीनों ही राजस्व पुलिस चौकी में गुमशुदगी दर्ज कराने चले गए। एएसपी ने बताया कि लंबी पूछताछ के बाद पुलकित आर्य (निवासी स्वदेशी भवन, आर्यनगर, ज्वालापुर हरिद्वार), अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता आर्य (निवासी दयानंद नगरी, ज्वालापुर, हरिद्वार) और सौरभ भास्कर (निवासी सूरजनगर, ज्वालापुर, हरिद्वार) को हत्या, साक्ष्य छुपाने आदि के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। हत्याकांड के आरोपियों को लेकर कोटद्वार न्यायालय जा रही जीप को गंगा भोगपुर के आक्रोशित लोगों ने रोक लिया। लोगों ने जीप के शीशे तोड़कर आरोपियों के कपड़े फाड़ दिए और उनकी जबरदस्त पिटाई की।