2 मार्च से शुरू हो रही 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में तीन साल पुरानी व्यवस्था लागू की जा रही है। नकल प्रकरणों को रोकने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। इस बार शहरी क्षेत्र के स्कूलों के विद्यार्थियों को दूसरे स्कूलों में जाकर परीक्षा देनी होगी। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में केंद्राध्यक्षों को बदला जाएगा। इसका आदेश आने वाले दिनों में जारी किया जाएगा।
परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्रों का वितरण सोमवार से शुरू हो गया है। स्कूलों में प्रवेश पत्र भेजे जा रहे हैं। गुरुवार से स्कूलों में छात्रों के बीच प्रवेश पत्रों का वितरण शुरू किया जा सकता है। जिले के तीनों पाटन, दुर्ग और धमधा विकासखंडों को मिलाकर 132 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पिछले साल परीक्षा केंद्रों की संख्या 128 थी। इस तरह इस बार 4 नए केंद्र बनाए गए हैं।
इस बार जिले से शासकीय और निजी स्कूलों को मिलाकर 10वीं कक्षा से 57,717 और 12वीं कक्षा से 44,044 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। कोरोना के बाद बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए उड़नदस्ता टीम भी बनाई जा रही है, जो स्कूलों में औचक निरीक्षण करेगी। परीक्षा की तारीख नजदीक आते ही छात्र-छात्राएं तैयारी में जुट गए हैं। स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं भी लगाई जा रही है।
प्रवेश पत्र के साथ आईडी प्रूफ भी ले जाना होगा
छात्र सीधे अपने प्रवेश-पत्र डाउनलोड नहीं कर सकते। छात्रों को एडमिट कार्ड पर छपे सभी विवरणों की ठीक से जांच करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सभी जानकारी सही है। यदि कोई त्रुटि हो तो तत्काल स्कूल प्रशासन को सूचित करें। छात्रों को छग बोर्ड प्रवेश पत्र के साथ ही परीक्षा केंद्र में एक वैध आईडी प्रूफ भी ले जाना होगा।
परेशानियों से बचने 30 मिनट पहले पहुंचें केंद्र
बगैर प्रवेश पत्र के बिना छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी होगी। परीक्षा शुरू होने से कम से कम 30 मिनट पहले छात्रों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचना चाहिए। उत्तर पुस्तिका पर रोल नंबर और अन्य विवरण लिखना जरूरी है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा हॉल से बाहर निकलने से पहले सभी उत्तरों और विवरणों को जांच लें।
प्रवेश पत्र प्रिंसिपल करेंगे डाउनलोड , फिर बांटेंगे
छग माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा भेजे गए प्रवेश पत्र छात्र अपने संबंधित स्कूलों से प्राप्त कर सकेंगे। वहीं, स्कूल प्रबंधन को परीक्षा प्रवेश-पत्र को स्कूल प्रिंसिपल की लॉग इन आईडी से डाउनलोड कर सकेंगे। प्रवेश-पत्र डाउनलोड करने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल को इन पर अपने हस्ताक्षर करने होंगे और स्कूल की मुहर लगा कर छात्रों को सौंप सकेंगे।
नकल रोकने की जा रही है पुरानी व्यवस्था लागू
शिक्षा सत्र 2019-20 में बोर्ड परीक्षा के दौरान जो व्यवस्था थी, उसे पुन: लागू किया जा रहा है। आज से संभागीय, जिला शिक्षा अधिकारी समेत परीक्षा से संबंधी सभी केंद्रों प्रवेश पत्र भेजे जा रहे हैं। वहां से स्कूलों में भेजा जाएगा। गुरुवार से इसका वितरण स्कूल से किया जा सकता है। –डॉ. वीके गोयल, सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल