बाघंबरी मठ में महेंद्र गिरि के कमरे से 2 लाइसेंसी राइफल भी मिली हैं। उसी कमरे में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि विश्राम करते थे। महंत की मौत कैसे हुई थी, अभी तक इसकी असलियत सामने नहीं आई है। CBI इसकी जांच कर रही है।
गुरुवार को CBI की टीम जांच के लिए प्रयागराज के अल्लापुर के मठ बाघंबरी गद्दी पहुंची थी। जिस कमरे में महंत की लाश मिली थी, CBI ने उस कमरे का ताला खुलवाया और जांच की थी।
महंत के कमरे से 3 करोड़ रुपए कैश और 50 किलोग्राम सोना, हनुमान जी का सोने का मुकुट, कड़ा-बाजूबंद मिला है। ये सब एक लोहे की अलमारी में बंद थे। इसके अलावा करोड़ों की संपत्ति के रजिस्ट्री पेपर और 9 क्विंटल देशी घी भी मिला। CBI के जांच अधिकारी एडिशनल SP केएस नेगी और CBI इंस्पेक्टर की मौजूदगी में कमरे का ताला खाेला गया था। इस दौरान SP सिटी समेत कई अधिकारी भी फोर्स के साथ मौजूद रहे।
“3 करोड़ जो मिले हैं, वो दान के हैं”
CO कर्नलगंज राजेश ने दैनिक भास्कर को बताया, “महंत के कमरे से 3 करोड़ रुपए जो कैश में मिले हैं, वो दान के हैं। क्योंकि इसमें 80 प्रतिशत 500 की पुराने नोट हैं, वह भी सीरियल से नहीं हैं। पुराने नोट भी हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह कैश दान में मिले चढ़ावा के हैं। 2 लाइसेंसी राइफल मिली हैं।”
मठ के सभी असलहों पर होगी निगरानी
यह बाघंबरी मठ की तस्वीर है। इसके पहले महले पर महंत नरेंद्र गिरि रहते थे।
पुलिस के अधिकारी ने बताया, “नरेंद्र गिरि के कमरे में गुरुवार सुबह 11:30 बजे CBI की टीम पहुंची थी। रात आठ बजे तक वहां छानबीन करती रही। अब यह पता लगाया जा रहा है कि मठ के नाम पर और महंत के नाम पर कितने असलहे हैं? और वह कहां हैं? इसके अलावा पुलिस को करीब 3 करोड़ रुपए, करोड़ों के आभूषण, रजिस्ट्री के कागज और अन्य सामान भी मिले हैं। इसे मठ के वर्तमान महंत बलवीर गिरि को सौंप दिया गया है।”
नंरेद्र गिरि मौत के मामले में उनकके शिष्य आनंद गिरि को गिरफ्तार करके ले जाती पुलिस।(फाइल फोटो)
एक साल पहले फांसी पर लटकता मिला था शव
महंत नरेंद्र गिरि का शव 20 सितंबर, 2021 को मठ के कमरे में फंदे से लटकता मिला था। एक सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें नरेंद्र के शिष्य रहे आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को जिम्मेदार बताया गया था। आद्या और संदीप नैनी जेल में बंद हैं, जबकि आनंद गिरि चित्रकूट जेल में बंद हैं। आनंद गिरि कई बार कोर्ट में जमानत के लिए याचिका भी दाखिल कर चुके हैं, लेकिन उन्हें जमानत नहीं मिली। उधर, UP पुलिस ने गिरि के कमरे को सील कर दिया था। कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था। इसकी जांच CBI कर रही है।
बलवीर गिरि ने कमरा खोलने के लिए अर्जी लगाई थी
बाघंबरी मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि ने कमरा खुलवाने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी। बलवीर ने कोर्ट से अपील की थी कि मठ में पहली मंजिल के उस कमरे को खोलने की अनुमति दी जाए।