मकर संक्रांति के अगले दिन बुधवार को अयोध्या में रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन के लिए करीब 10 लाख श्रद्धालु पहुंचे। हनुमानगढ़ी में करीब 3 किमी तक भक्तों की लंबी लाइन लग गई। राम मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं बची। लोगों ने घंटों लाइन में लगकर प्रभु श्रीराम के दर्शन किए।
प्रयागराज में महाकुंभ स्नान करने के बाद श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। सरयू के घाट से लेकर रामलला की चौखट तक जय श्रीराम के नारों से रामनगरी गुलजार है। भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ हनुमानगढ़ी और नागेश्वरनाथ महादेव में दिख रही है।
श्री राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के दर्शन की अवधि एक बार फिर डेढ़ घंटे कम कर दी गई है। प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर आयोजित प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव के समापन के साथ ही राम मंदिर की व्यवस्थाएं बदल गई हैं।
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अयोध्या में रामलला की आरती करते पुजारी।
मंदिर परिसर के अंदर जय श्रीराम का जयघोष करते श्रद्धालु।
रामलला के दर्शन को श्रद्धालुओं की लगी लंबी कतार।
लाखों की संख्या में लोग दर्शन के लिए राम मंदिर पहुंच रहे हैं।
अयोध्या में रामलला के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु।
वाहनों के प्रवेश पर रोक भीड़ को देखते हुए रामपथ पर लता चौक से लेकर टेढ़ी बाजार चौराहे तक वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है। बुधवार भोर से पुण्य सलिला सरयू के तट पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। स्नान के बाद सरयू तट पर ही गोदान और पुरोहितों को दान किया जा रहा है।
श्रद्धालु सरयू स्नान के साथ पौराणिक पीठ नागेश्वर नाथ में विराजे भोले बाबा का अभिषेक कर रहे हैं। इसके बाद रामलला के साथ हनुमानगढ़ी पहुंच बजरंगबली को नमन किया। इसी क्रम में कनक भवन, छोटी देवकाली, कालेराम मंदिर, मणिराम दास छावनी, श्रीरामवल्लभाकुंज, रामलला सदन आदि मंदिरों में भी भक्तों की भीड़ देखी जा रही है।
श्री राम जन्मभूमि परिसर में अब रामलला का दर्शन अवधि एक बार फिर डेढ़ घंटे कम कर दिया गया है। ट्रस्ट ने डेढ़ घंटे की वृद्धि के आदेश को स्थगित कर पहले की व्यवस्था को बहाल कर दिया है। मंगलवार को रामलला का दर्शन सुबह साढ़े छह बजे के स्थान पर सात बजे से शुरू हुआ। दर्शन रात साढ़े 9 बजे की बजाय रात 9 बजे तक ही रहा।
राम मंदिर की व्यवस्था के अनुसार रामलला का उत्थापन सुबह चार बजे कराया जाता है। इसके बाद गौ दर्शन कराकर साढ़े चार बजे मंगला आरती की जाती है। भगवान का अभिषेक के साथ पंचोपचार पूजन कर उनका श्रृंगार किया जाता है। फिर साढ़े छह बजे श्रृंगार आरती की जाती है। इसके बाद रामलला आम श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए सुलभ होते हैं।
इसी तरह मध्याह्न में राजभोग आरती के बाद रामलला को साढ़े 12 बजे से अपराह्न डेढ़ बजे तक विश्राम दिया जाता है। डेढ़ बजे भगवान के उत्थापन के बाद दर्शन का क्रम चलता रहता है। शाम सात बजे भगवान की संध्या आरती की जाती है।
राम मंदिर परिसर में लगी श्रद्धालुओं की भीड़।
अयोध्या धाम क्षेत्र को 5 जोन और 12 सेक्टर में बांटा गया अयोध्या धाम क्षेत्र को 5 जोन और 12 सेक्टर में बांटा गया है। निगरानी के लिए तीन सीओ को जिम्मा सौंपा गया है। खुफिया एजेंसियों ने भी डेरा डाल दिया है। प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ का असर अयोध्या धाम में भी देखा जा रहा है। काफी संख्या में यहां भी श्रद्धालुओं का जमावड़ा है।
अयोध्या धाम का सुरक्षा घेरा सख्त किया गया है। अलग-अलग जोन और सेक्टर की निगरानी के लिए नोडल बनाए गए हैं। संपूर्ण मेला क्षेत्र में लगभग 450 पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद हैं। इनमें सीओ, निरीक्षक, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी व आरक्षी शामिल हैं।
कंट्रोल रूम से मेला क्षेत्र की निगरानी सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से की जा रही है। पुलिस अधिकारी कई प्वाइंट पर होने वाली गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। एसपी ट्रैफिक एपी सिंह भी दिन भर मेला क्षेत्र में भ्रमण करते देखे गए। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि मेला क्षेत्र में तीन कंपनी पीएसी, बाढ़ राहत कंपनी और जल पुलिस लगाई गई है।