7 दिन और 420 किलोमीटर मां गंगा का पैनोरमा व्यू। वाकई शानदार और लग्जरी सफर आज पूरा हो रहा है। कोलकाता का 5 स्टार होटल की तरह सुविधाओं वाला क्रूज एमवी राजमहल आज वाराणसी पहुंच रहा है। रामनगर स्थित बंदरगाह पर इसकी बेड़ियां लगेंगी। इसके बाद इस क्रूज से उतरने वाले 13 ब्रिटिश, 3 जर्मन और 2 भारतीय सैलानियों का जोरदार स्वागत होगा। ये सैलानी सप्ताह भर काशी और गंगा विजिट करेंगे। फिर फ्लाइट से अपने गंतव्य को लौटेंगे। क्रूज फिलहाल गाजीपुर से वाराणसी के लिए चल चुका है। कुछ ही देर में क्रूज का लंगर रामनगर बंदरगाह पर लग जाएगा।
55 मीटर लंबे इस क्रूज पर एक आदमी का किराया 1500 डॉलर यानी एक लाख रुपए से ऊपर है। दो साल कोविड के लंबे इंतजार के बाद पहली बार यह क्रूज काशी आ रहा है। कोलकाता से चलने वाले इस क्रूज को पटना से काशी चलाया गया है। वाराणसी में रामनगर, चुनार और मीरजापुर तक जाने की उम्मीद है। सैलानी शहर में भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ जाएंगे। इसके बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, गंगा आरती और बनारस की गलियों को भी निहारेंगे।
2 सितंबर को पटना से चला
विदेशी सैलानियों के साथ क्रूज पर आ रहे और असम-बंगाल नेविगेशन कंपनी के जनरल मैनेजेर कुनाल सिंह ने बताया यह सफर 2 सितंबर को पटना से शुरू हुआ, जो मनेर, बक्सर गाजीपुर होते हुए आज दोपहर बाद वाराणसी पहुंच रहा है। साेते हुए, बैठे हुए, खाते-पीते, गेम खेलते हुए गंगा का व्यू कुछ अलग एक्सपीरियंस देता है। पटना से वाराणसी के बीच पड़े गांवों और उनकी खासियत के बारे में जानने का मौका मिला।
वाराणसी टू हल्दिया दूरी 1390 किलोमीटर
वाराणसी-हल्दिया के बीच राष्ट्रीय जलमार्ग की दूरी 1390 किलोमीटर है। कोलकाता से कई कूज फरक्का तक आती-जाती हैं। मगर, वहां से पटना और वाराणसी आने के लिए सितंबर के महीने का इंतजार होता है। दरसअल, इस समय गंगा में पानी काफी ज्यादा होता है। इसलिए क्रूज को चलने में दिक्कत नहीं आती।
आइए जानते हैं इस लग्जरी क्रूज की 5 स्टार होटल वाली सुविधा…