वाराणसी में वजूस्थल को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर की सर्वे रिपोर्ट के सीलबंद होने का हिंदू पक्ष के वकीलों ने विरोध जताया है। अब कल यानी 21 दिसंबर को कोर्ट में होने वाली सुनवाई में इसके विरोध की पूरी तैयारी कर ली है। ज्ञानवापी केस की चारों वादिनी भी कल कोर्ट में पेश होकर रिपोर्ट देने की मांग करेंगी।
वहीं, वकील जिला जज के सामने रिपोर्ट के सीलबंद होने की आपत्ति दाखिल करेंगे। इसके साथ ही अगर ASI रिपोर्ट की कॉपी नहीं मिली, तो कल ही सुप्रीम कोर्ट में अवमानना (कंटेप्ट ऑफ कोर्ट) दाखिल करेंगे। इसमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए ASI रिपोर्ट की कॉपी देने की मांग करेंगे
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया, ”ASI ने सर्वे की रिपोर्ट सीलबंद पेश करके सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहीं भी इसका उल्लेख नहीं किया कि रिपोर्ट सीलबंद जमा होगी, बल्कि सामान्य तरीके से रिपोर्ट पेश करने की बात कही है। इसके पहले भी सीलबंद रिपोर्ट दाखिल नहीं की गई थी।
21 दिसंबर को चार वादिनीगणों और उनके वकीलों की ओर से रिपोर्ट के लिए आवेदन किया जाएगा। हम लोग रिपोर्ट के सीलबंद होने का विरोध करेंगे और ईमेल-हार्ड कॉपी मांगेंगे। ऐसा नहीं करने पर हम लोग सुप्रीम कोर्ट में कंटेप्ट ऑफ कोर्ट करेंगे।”
वहीं, वकील सुधीर त्रिपाठी और सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि हम लोगों ने तैयारी पूरी कर ली है। दूसरी ओर, महिला वादिनियों ने भी कल कोर्ट में पेश होकर सर्वे रिपोर्ट की कॉपी मांगने की बात कही है।
ज्ञानवापी केस में वकील विष्णुशंकर जैन के साथ सभी वादिनी और उनके वकील।
हैदराबाद के साथ यूएस के वैज्ञानिकों ने किया है स्टडी
ASI की इस रिपोर्ट को अमेरिका के GPR सर्वे एक्सपर्ट ने करीब 30 दिन में तैयार किया है। हैदराबाद के साथ अमेरिका के वैज्ञानिकों की टीम ने कई दिनों तक 10 मीटर तक गहराई का गहन अध्ययन किया गया। फिर अमेरिका में 400 से लेकर 900 मेगा हर्ट्ज और उससे अधिक रेंज के रडार की मदद से रिपोर्ट बनाई गई।