रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होनी है। तेजी से राम मंदिर निर्माण चल रहा है। बुधवार को गृह मंत्रालय ने राम मंदिर निर्माण के लिए विदेशी स्रोतों से चंदा प्राप्त करने की अनुमति भी दे दी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि चंदा दिल्ली में स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में न्यास के बैंक खाते में जमा कराया जा सकता है। ट्रस्ट ने दान के लिए अकाउंट की डिटेल भी जारी की है।
चंपत राय ने राम मंदिर से जुड़ी तीन नई तस्वीर भी शेयर की है। इसमें गर्भ गृह के पास गैलरी, ग्राउंड फ्लोर की छत और फर्स्ट फ्लोर के निर्माण की तस्वीर जारी की है। फर्स्ट फ्लोर पर बन रहे खंभे 10 फीट ऊंचे तैयार हो चुके हैं। इसके बाद छत डाली जानी है।
पहले राम मंदिर की लेटेस्ट तस्वीरें देखिए…
राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है।
यह तस्वीर राम मंदिर के अंदर की है। यहां फर्श का काम चल रहा है।
निर्माणाधीन राम मंदिर के प्रथम तल पर होता निर्माण कार्य।
खाता नंबर और IFSC Code भी जारी
चंपत राय ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम 2010 के अंतर्गत स्वैच्छिक योगदान प्राप्त करने के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय के FCRA विभाग ने मान्यता प्रदान कर दी है। विदेशी स्रोतों से प्राप्त होने वाला कोई भी स्वैच्छिक योगदान केवल भारतीय स्टेट बैंक की 11, संसद मार्ग, नई दिल्ली-110001, स्थित मुख्य शाखा में खाता नंबर 42162875158, IFSC Code: – SBIN0000691 में ही स्वीकार होगा।” चंपत राय ने बताया कि इसमें खाता धारक का नाम श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ही है। भक्त SWIFT CODE – SBININBB104 पर दान कर सकेंगे।
दिसंबर तक सभी चार पथों का काम पूरा होगा
राम मंदिर के साथ अयोध्या में चार पथ बनाए जा रहे हैं। राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ और न्याय पथ। इनका काम भी दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि पथ को राम भक्तों के लिए खोल दिया गया है। राम पथ के पहले फेज यानी नया घाट से उदया चौराहे तक का काम अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रानोपाली से लेकर बेनीगंज तक लगभग एक तरफ इस रोड को डामर से बनाया जा चुका है। राम पथ के निर्माण के काम में भी इस बीच तेजी आई है।
राम मंदिर के उद्घाटन में 2 लाख भक्त रहेंगे
22 जनवरी को मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस मौके पर अयोध्या में करीब 10 हजार मेहमान और दो लाख से ज्यादा राम भक्त पहुंचेंगे। इसके बाद रामलला दर्शन कार्यक्रम के तहत विश्व हिंदू परिषद के सभी 44 प्रांतों से रोज 25 हजार राम भक्त रामलला का दर्शन करने आएंगे।