बूस्टर डोज लगवाने के लिए जिला के 7.93 लाख लोग कोविशील्ड वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग के पास यह वैक्सीन है ही नहीं। सभी लोगों को सिर्फ कोवैक्सीन के भरोसे शासन ने जिले में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया है। भिलाई नगर निगम क्षेत्र 40 से अधिक सेंटर बनाकर वैक्सीन लगाना शुरू किया गया है, लेकिन कहीं भी कोविशील्ड वैक्सीन नहीं है।
दुर्ग जिले के टीकाकरण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में कोविड वैक्सीन की पहली डोज 11.55 लाख लोगों को पहली डोज लगी थी। इनमें से 7.93 लाख लोगों ने दूसरी डोज लग चुकी है। इसमें से 70 प्रतिशत बूस्टर डोज लगवाने की मियाद पूरी कर चुके हैं। अब फिर से टीका लगाना शुरू हुआ है, लेकिन शासन के पास कोविशील्ड वैक्सीन नहीं होने से हर व्यक्ति टीकाकरण का अभियान नहीं पूरा हो रहा है। इसका कारण यह भी है कि बूस्टर डोज लगवाने वालों में अधिकतर कोविशील्ड वाले ही हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिव्या श्रीवास्तव के मुताबिक जिले में कोविशील्ड वैक्सीन नहीं है।
जनवरी 2021 में शुरू हुआ था वैक्सीनेशन
देशभर की तरह दुर्ग जिले में भी कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन का अभियान 16 जनवरी 2021 से शुरू हुआ था। जिले में 14.34 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें से 13.98 लाख लोगों को पहली डोज, 12.95 लाख लोगों को दूसरी डोज और मात्र 3.61 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगी है। 11.55 लाख लोग बूस्टर डोज लगवाने के लिए समय की मियाद पूरी कर चुके हैं।
36 हजार 474 लोगों को नहीं लगी एक भी वैक्सीन
कोरोना की चौथी लहर आने को है और जिले में 36 हजार 474 लोगों को कोविड वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है। जिले को मिले लक्ष्य और अब तक के वैक्सीनेशन के आंकड़ों से इसका खुलासा हुआ है। वैक्सीन न लगवाने वाले ये वे लोग हैं, जिनकी आयु 12 वर्ष से अधिक है। वैक्सीन रहते हुए भी ये लोग उससे दूरी बनाए रखे हुए हैं। इनकी वजह से ही जिले को मिला टारगेट अब तक 97% ही पूरा हो पाया है। लोगों को कई तरह से जागरूक करने का प्रयास किया गया पर वे सेंटरों तक नहीं पहुंचे।