निगम चुनाव के बाद दुर्ग जिले के चारों नगर निगम में कांग्रेस की नगर सरकार बैठी है। लगभग एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भाजपा तीनों नए निगम में नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाई है। इसके चलते 30 दिसंबर को भिलाई निगम की सामान्य सभा की बैठक में फिर से विपक्ष को बिना नेता प्रतिपक्ष के सदन जाना पड़ेगा। पार्षदों को क्या मुद्दे सदन में रखने हैं इसको लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष ने उनकी बैठक भी बुलाई थी।
भाजपा के भिलाई जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने भिलाई नगर निगम के सभी भाजपा पार्षदों की बैठक अपने आवास में बुलाई। इस दौरान उन्होंने नगर निगम की सामान्य सभा में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी पार्षदों के सहयोग से सभी वार्डों में शंखनाद यात्रा निकाली है। उसमें कई मुद्दे जनता की तरफ से उनके पास आए हैं।
भाजपा पार्षदों को उन्हीं मुद्दों को सदन में रखना चाहिए और उससे संबंधित सवाल पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सभी पार्षद एकजुट होकर इन मुद्दों को सदन में रखकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे तो उस पर अमल करने के लिए निगम प्रबंधन बाध्य होगा।
निगम कमिश्नर के सामने रख चुके हैं सभी समस्याएं
पिछले हफ्ते ही जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने 23 दिसंबर को शंखनाद यात्रा के दौरान मिली शिकायतों के निराकरण के लिए निगम कमिश्नर रोहित व्यास से मुलाकात की थी। उन्होंने इस दौरान उन्हें सैकड़ों समस्याओं की लिस्ट बनाकर थमा दी थी। कमिश्नर ने सभी समस्याओं को पढ़ा और निराकरण करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद बिचपुरिया ने कमिश्नर को 5 दिन का समय दिया था। उन्होंने कहा कि यदि 5 दिन के अंदर सभी समस्याओं का समाधान नहीं होता तो भाजपा उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी निगम प्रबंधन की होगी। आज 5 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई हैं।
बैठक में शामिल हुए भाजपा पार्षद
जिलाध्यक्ष की बैठक में छाया महापौर महेश वर्मा, पूर्व सभापति पी सुंदर राव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं पार्षद रिकेश सेन, दया सिंह, भोजराज भोजू सिन्हा, मुकेश अग्रवाल, विनोद चेलक, संतोष वर्मा, वीणा चंद्राकर, सत्य देवी जायसवाल, नोहर वर्मा, शकुंतला साहू और ईश्वरी सहित अन्य पार्षद शामिल रहे।