प्रतापगढ़ में तेज रफ्तार ट्रक और कार में हुई जोरदार टक्कर के बाद कार के परखच्चे उड़ गए। जबकि ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गई। इस सड़क हादसे में प्रयागराज कमिश्नर रेट में तैनात इंस्पेक्टर अमर सिंह रघुवंशी की मौत हो गई है।
हादसा अंतू कोतवाली इलाके के कल्याणपुर हाईवे पर हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज रफ्तार ट्रक और कार में इतनी जोरदार टक्कर हुई कि कार के परखच्चे उड़ गए।
गैस कटर से दरवाजे को काटा
वहीं ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गई। इस दौरान मौका पाकर ट्रक ड्राइवर फरार हो गया। वहीं कार में सवार इंस्पेक्टर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। आसपास के लोगों ने उनके शव को निकालने का पूरा प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हुए।
जिसके बाद सूचना पुलिस के आला अफसरों को मिली। मौके पर पहुंचे पुलिस के अधिकारियों ने गैस कटर के माध्यम से कार के दरवाजे को काटा।
पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लिया
शव को किसी तरीके से बाहर निकाला। पुलिस के अनुसार मृतक कार सवार प्रयागराज कमिश्नरेट के कोतवाली के इंस्पेक्टर पद पर तैनात अमर सिंह रघुवंशी थे। वह किसी कार्य से रायबरेली जा रहे थे।
मामले में अंतु एसओ प्रदीप ने बताया, शव को अपने कब्जे में ले लिया है। इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दे दी गई है। मृतक के परिजन प्रतापगढ़ के लिए निकल चुके हैं। वहीं ड्राइवर की तलाश की जा रही है। जबकि ट्रक को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
घंटों बाद हो पाई उनकी पहचान
इंस्पेक्टर अमर सिंह रघुवंशी अपनी कार से रायबरेली गैंगस्टर कोर्ट में एक मुकदमे के साक्ष्य गवाही के लिए जा रहे थे। प्रतापगढ़ के चिलबिला-मुसाफिरखाना हाईवे पर पारा मोड़ के पास शनिवार सुबह करीब 8:30 बजे उनकी कार को एक तेज रफ्तार ट्रक वाले ने जोरदार टक्कर मार दी। कार में ही फंसे कोतवाल अमर सिंह को निकालने के लिए गैस कटर का प्रयोग किया गया। कार का गेट काटकर उनकी बॉडी को निकाला गया। घंटों बाद उनकी पहचान हो पाई।
परिवार में छाया मातम
इंस्पेक्टर अमर सिंह रघुवंशी मूल रूप से अमेठी के रहने वाले हैं। अमर सिंह रघुवंशी, पत्नी और उनके 2 बच्चे लखनऊ में रहते हैं। अमर सिंह रघुवंशी फतेहपुर से ट्रांसफर होकर प्रयागराज आए थे। वो वर्तमान में प्रयागराज नगर कोतवाली के प्रभारी थे। काफी तेज तर्रार और ईमानदार अफसरों में गिने जाने वाले अमर सिंह का आम जन से जुड़ाव बेहद गहरा था।
मामले में एसीपी नगर कोतवाली सत्येंद्र कुमार तिवारी ने बताया, कोतवाल का शव प्रतापगढ़ पोस्टमार्टम हाउस आ गया है। परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। वो लोग आ रहे हैं।उनके आने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा। एक कर्मनिष्ठ इंस्पेक्टर की हादसे में मौत से पुलिस महकमे में शोक है। उनकी मौत से परिवार में मातम छा गया है।
अमर सिंह रघुवंशी 3 महीने से प्रयागराज में तैनात हैं। इसके पहले फतेहपुर, रायबरेली और लखीमपुर खीरी जनपदों में भी तैनात रहे हैं। इनकी प्रयागराज में तैनाती करीब 6 महीने पहले हुई थी। प्रयागराज से प्रतापगढ़ होकर अमेठी के रास्ते रायबरेली जा रहे थे। 1990 में पुलिस विभाग में इनकी तैनाती एसआई पद पर हुई थी।
पिता की जगह पाए थे पुलिस विभाग में नौकरी
इनके पिता स्वर्गीय हौसला बहादुर रघुवंशी प्रयागराज के हंडिया थाने में कोतवाल के पद पर तैनात थे। 1986 में इनकी पिता की मौत बदमाशों से और पुलिस की मुठभेड़ में हुई थी। उन्हीं की जगह इनको नौकरी मिली थी। ये अमेठी के कोतवाली इलाके के श्रवनपुर गांव के रहने वाले थे। 2006 से साल 2011 तक एसटीएफ लखनऊ में तैनात रहे।
पिता की भी प्रमोशन वाले दिन हो गई थी मौत
इनके बड़े भाई राम सिंह रघुवंशी जो सुल्तानपुर कोर्ट में वकालत करते हैं। सूचना मिलते पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। बड़े भाई राम सिंह ने बताया, हमारे पिता की भी मौत प्रयागराज जनपद में तैनाती के समय हुई। हमारे भाई छोटे भाई अमर सिंह रघुवंशी की भी प्रयागराज में तैनाती के समय ही मौत हुई। पिता का भी प्रमोशन जिस दिन हुआ था उसी दिन मौत हुई थी। छोटे भाई का भी प्रमोशन की लिस्ट में नाम है। वो सीओ बनने वाले थे। लेकिन उससे पहले उनकी मौत हो गई।