वाराणसी में आज पुलवामा हादसे की बरसी मनाई गई। BHU के विश्वनाथ मंदिर परिसर में फूलों और दीयों की रंगोली, तो वहीं गंगा आरती के दौरान अस्सी घाट 2 मिनट के लिए मौन हो गया। आरती में पुलवामा शहीदों को याद किया गया। BHU के विश्वनाथ मंदिर में रंगों और फूलों से बलिदान दिवस लिखकर दीपक जलाया।
ये लोग रहे मौजूद
बड़ी संख्या में छात्रों और लोगों ने दीयों की रोशनी में बलिदान दिवस मनाया। शहीदों को श्रद्धाजंलि देते हुए इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता का जयघोष किया गया। बड़ी संख्या में उमड़े छात्रों ने पुलवामा में शहीद जवानों को याद किया। दीयों की कलाकारी काफी आकर्षित कर रही थी। यह श्रद्धांजलि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा दी गई। इस दौरान, सुनील, पंकज, अमरीश, कौशिक, अवधेश, कैलाश आदि मौजूद रहे।
शहीदों के नाम गंगाजल में प्रवाहित किए दीये
अस्सी घाट की गंगा आरती में श्रंद्धाजलि और दीपदान का कार्यक्रम हुआ। गंगा सेवा समिति द्वारा रोज होने वाली गंगा आरती देश के शहीदों को समर्पित रही। आरती के दौरान श्रद्धालुओं ने शहीदों के नाम से गंगाजल में दीये प्रवाहित किए। दीपदान के बाद “भारत माता की जय, वंदे मातरम” आदि के जयघोष के साथ शहीदों के चित्रों पर पुष्पांजलि हुई।
आरती से पहले 2 मिनट का मौन रखा गया
घाट पर आरती देखने आने वालों में पुष्पांजलि अर्पित करने की होड़ सी लगी रही। आरती व्यवस्थापक विकास पांडेय ने बताया कि आज के दिन पुलवामा हमला हुआ था, जिसमें हमारे 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। आज उन्हीं जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए हम सभी ने दीप और पुष्पांजलि कर उनको श्रद्धांजलि दी। आरती से पहले 2 मिनट का मौन रखा गया।