दुर्ग पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कानपुर और मध्य प्रदेश के बुढार जिले से उठाईगिरी के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने छत्तीसगढ़ के कई जिलों सहित दूसरे राज्य में उठाईगिरी की वारदात को अंजाम दिया। उन पैसों से आरोपी महंगी बाइक खरीदता था। उसने अपने घर में कई लाख रुपए कीमत का होम थिएटर और स्मार्ट LED टीवी लगाकर रखा था। एसपी अभिषेक पल्लव ने जब अपराध करने का कारण पूछा तो दोनों अपनी मजबूरी बताने लगे।
दोनों आरोपियों ने दुर्ग, रायपुर, बालोद, धमतरी, भटगावं और अंबिकापुर जिलों सहित उत्तर प्रदेश के बरेली, मध्य प्रदेश के खण्डवा और महाराष्ट्र के नागपुर में बुटीबोरी और कोटर में उठाईगिरी की घटना को अंजाम दिया है। यहां से इन्होंने 50 लाख रुपए से अधिक की उठाई गिरी की है। जब एसपी ने आरोपी से पूछा कि उसने उठाईगिरी क्यों शुरू की तो उसने बताया कि बेटी के इलाज के लिए 5 हजार रुपए कर्ज मांगा था। किसी ने कर्ज नहीं दिया तो उसने उठाईगिरी शुरू कर दी। इसके बाद उसके अपराध का सिलसिला आगे भी चलता गया। अधिक पैसे आने से उसने महंगी महंगी बाइक खरीदना शुरू किया। घर में होम थिएटर सेटअप और स्मार्ट LED टीवी खरीदकर रखा था। पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस की गिरफ्त में दोनों आरोपी
इस तरह पकड़ में आए आरोपी
साइबर सेल की टीम ने घटना स्थल और बैंक के आसपास का सीसीटीवी फुटेज खंगाला। इसमें उन्हें दो संदेही दिखाई दिए। फुटेज के आधार पर अपराधिक उठाईगिरी गिरोह के सदस्यों से मिलान करने पर आरोपियों की पहचान अमर उर्फ पप्पू (32वर्ष) निवासी दीवानपुर पत्थलगांव हॉल निवासी हर्ष नगर कानपुर और चन्द्रभान नट (38वर्ष) निवासी खमरोद बुढ़ार के रूप में हुई। मुखबिर से पता करने पर दोनों को कानपुर व बुढ़ार में होना बताया गया। दुर्ग से दो टीम बनाकर भेजा गया। एक टीम ने कानपुर में हर्ष नगर के आस-पास लगातार नजर रखी और फिर आरोपी का पता लगते ही घेराबंदी करके उसे पकड़ा। दूसरी टीम ने आरोपी चन्द्रभान नट उर्फ बब्लू को स्थानीय स्टाफ की मदद से ग्राम कोदेली पेट्रोल पंप के सामने थाना बुढ़ार मध्यप्रदेश से घेराबंदी कर पकड़ा।
उठाईगिरी के मामले का खुलासा करते दुर्ग एसपी
ई चालान पेडिंग होने का बहाना बनाकर टीम ने दी दबिश
छावनी सीएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि आरोपी अमर उर्फ पप्पू ई-रिक्शा चलाता है। उन्होंने उसके ई-रिक्शा का नम्बर निकाला और शहर में ई-रिक्शा के खिलाफ हुई चालानी कार्रवाई का डिटेल्स निकाला। उस डिटेल्स में आरोपी के नाम से ई-रिक्शा का चालान मिल गया। उसके आधार पर पुलिस आरोपी के घर पहुंची। टीम ने 7 दिनों तक आरोपी के घर और उठने बैठने वाले ठिकानों पर नजर रखी। इसके बाद स्थानीय नजीराबाद पुलिस की मदद से आरोपी अमर उर्फ पप्पू को गिरफ्तार किया।
उठाईगिरी के बाद पैसों का कर लेते थे बंटवारा
अमर उर्फ पप्पू ने बताया कि वह अपने साथी चन्द्रभान नट के साथ बाइक में धमधा गया था। सात महीने पहले उसने बैंक ऑफ इंडिया धमधा के बाहर खड़ी कार का शीशा तोड़कर उसमें रखे 3.50 लाख रुपए पार कर दिया। इसी तरह 2 माह पहले अपने साथी चन्द्रभान के साथ बाइक से धमधा जाकर बैंक ऑफ इंडिया से पैसा निकालकर बाइक के साइड बैग में रखकर ले जाते हुए एक व्यक्ति का पीछा कर 3 लाख रुपए एवं पासबुक को चोरी कर लिया। बाद में उस पैसे को दोनों ने बांट लिया।
छत्तीसगढ़ के इन जिलों में कर चुके हैं उठाईगिरी
दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि आरोपियों ने दो वर्षों में छत्तीसगढ़ के धमधा, भटगांव, बालोद, बेमेतरा, बेरला, धमतरी के अलावा मध्यप्रदेश के बरेली, खण्डवा एवं महाराष्ट्र के बुटीबोरी एवं कोटर में उठाईगिरी की घटना को अंजाम दिया है।