यूपी के लिए जल्द ही यूनीफाइड डिजीज सर्विलांस प्लेटफॉर्म (UDSP) और ‘यूपी के स्वास्थ्य केंद्र’ ऐप की लांचिंग होगी। इस ऐप पर मरीजों का एक ही जगह पर कंप्लीट हेल्थ रिकॉर्ड मिल जाएगा। डॉक्टर या कोई जरूरतमंद इसे एक्सेस कर सकेगा। इस बात की घोषणा आज वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में की गई।
देश-विदेश के सैकड़ों हेल्थ एक्सपर्ट्स आज महामारी विज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम (FETP आईकॉन, 2023) राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल आए थे। कार्यक्रम की थीम महामारी के आउटब्रेक सर्विलांस, डिजिटलाइजेशन और मॉडर्न तकनीक को बढ़ावा देने आदि पर आधारित थी। यहां पर आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन पर चर्चा हुआ। साथ ही कई राज्यों में हुई महामारी के आउटब्रेक को सफलतापूर्वक कंट्रोल, मैनेजमेंट और मॉनिटरिंग पर मंथन किया गया।
स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि आयुष्मान भारत हेल्थ ID कार्ड भी बनाए जा रहे हैं, जिसमें व्यक्ति का कंप्लीट हेल्थ रिकॉर्ड होगा, जो पूरे देश में कहीं भी प्रदर्शित हो सकेगा।
ऑफलाइन भी बनेगा आभा ID कार्ड
कार्यक्रम में आए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि आयुष्मान भारत हेल्थ ID कार्ड भी बनाए जा रहे हैं, जिसमें व्यक्ति का कंप्लीट हेल्थ रिकॉर्ड होगा। जो पूरे देश में कहीं भी प्रदर्शित हो सकेगा। अभी यह कार्ड ड्रीफकेस ऐप के जरिये ऑनलाइन बनाए जा रहे हैं। जल्द ही आभा ID कार्ड को ई-कवच, यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस प्लेटफॉर्म (यूडीएसपी) और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के जरिये ऑफलाइन बनाया जा सकेगा।
महामारी को लोकल लेवल पर कर सकते हैं कंट्रोल
US CDC वर्कफोर्स एंड इंस्टीट्यूट डेव्लपमेंट ब्रांच के चीफ डॉ. किप बैगेट ने कहा कि WHO के द्वारा पिछले साल पब्लिक हेल्थ और इमरजेंसी वर्कफोर्स रोडमैप शुरू किया गया। यह लोकल लेवल पर किसी भी महामारी को कंट्रोल और रेगुलेट करने में काफी मददगार है। यूनीफाइड डिजीज सर्विलांस प्लेटफॉर्म और ‘यूपी के स्वास्थ्य केंद्र’ ऐप डेवलप करने के लिए BMGF और UPTCU से सहयोग लिया जा रहा है। WHO इंडिया के डॉ. पवन मूर्ति ने इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) के प्रभारी और संयुक्त निदेशक डॉ. हिमांशु चौहान, यूपी स्टेट सर्विलांस ऑफिसर डॉ. विकासेंदु अग्रवाल और ICMR- NII चेन्नई के वैज्ञानिक डॉ. गणेश कुमार ने देश में टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन ड्राइविंग के बारे में चर्चा की।
यूपी सहित कई राज्यों में हो रहा हेल्थ डिजिटलाइजेशन
डॉ. विकासेंदु ने बताया कि आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन को ध्यान रखते हुए यूपी सहित कई राज्यों में हेल्थ डिजिटलीकरण को मजबूत किया जा रहा है। यूपी के समस्त आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) टेली कंसल्टेंसी के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस काम में ANM और आशा कार्यकर्ता भी पूरा सहयोग कर रहीं हैं। डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि कोविड-19 पेंडेमिक में टेली मेडिसिन सर्विस बहुत ही कारगर साबित हुई। इसके लिए देशभर में करीब 3000 से अधिक स्टाफ को ट्रेंड किया गया। इसके साथ ही उन्होने ‘ट्रैकिंग FETP थ्रू टेक्नोलॉजी’ एप्लीकेशन के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।