प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के तार गोरखपुर से भी जुड़ने लगे हैं। गोरखपुर STF ने हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता को दबोच लिया है। वह गोरखपुर के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में था। अधिवक्ता सदाकत गाजीपुर का रहने वाला है और इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करता है।
उमेश की हत्या की साजिश इलहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग हाउस में रची गई थी। गाजीपुर जिले बारा का रहने वाला शमशाद का बेटा सदाकत (27) यहां अवैध रुप से कमरा लेकर रहता था। यूनिवर्सिटी की पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने हाईकोर्ट में रजिस्ट्रेशन कराया था। उमेश पाल मर्डर केस में शामिल शूटर गुलाम से उसकी अच्छी दोस्ती है।
शूटर गुलाम है सदाकत की दोस्ती
गुलाम यूनिवर्सिटी में आता रहा है। यहीं अतीक के बेटे को भी बुलाया गया था। इसके बाद अधिवक्ता के इसी के कमरे पर अतीक के बेटे ने हत्या की प्लानिंग कर शूटरों का इंतजाम किया था। घटना के बाद वह नेपाल भागने की फिराक में था। लेकिन, इससे पहले गोरखपुर STF ने उसे पकड़कर प्रयागराज पुलिस को सौंप दिया।
सदाकत ने ही मुहैया कराए थे शूटर
प्रयागराज पुलिस उसे लेकर एमबी हाउस में छापामारी की तो वह भागने लगा। लेकिन, इस दौरान वह डिवाइडर से टकराकर जख्मी हो गया। अभी उसे इलाज के लिए प्रयागराज के स्वरुपरानी अस्पताल में भर्ती कराया है। सदाकत ने ही अतीक के बेटे को शूटर मुहैया कराया था। यह सभी व्हाट्सएप कॉल के जरिए आपस में बातचीत कर रहे थे। 24 फरवरी को उमेश की हत्या के बाद से ही सदाकद भाग कर गोरखपुर आ गया था। वह नेपाल भागने की फिराक में था।
गोरखपुर में भी मुख्तार गैंग के तार
वहीं, उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों की तलाश में लगी 10 टीमों में गोरखपुर STF भी शामिल है। STF गोरखपुर समेत आसपास के जिलों में मुख्तार गैंग के गुर्गों की तलाश कर रही है। सूत्रों का दावा है कि जरायाम की दुनियां में कदम रखने के बाद मुख्तार और गैंग के सदस्यों गोरखपुर में संरक्षण मिलता रहा है। यहां भी उसके कई गुर्गे पहले पकड़े जा चुके हैं।
अधिवक्ता को लेकर प्रयागराज गई STF
दरअसल, प्रयागराज में अधिवक्ता और राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस दौरान बदमाशों ने बम भी मारा था। माफिया अतीक अहमद और उसके करीबियों से पुलिस और जांच एजेंसियों पूछताछ कर रही है।
इस बीच आरोपियों के नेपाल भागने की सूचना पर ADG अखिल कुमार ने हाई अलर्ट भी जारी कर दिया था। रविवार आधी रात एक अधिवक्ता के नेपाल भागने की सूचना मिली थी। इस पर STF ने गोरखपुर सीमा से दबोच लिया। STF आरोपी अधिवक्ता को लेकर प्रयागराज चली गई।
भारत- नेपाल सीमा पर भी हाई अलर्ट
STF ने मुस्लिम बोर्डिंग से 3 शूटरों को उठाया है। जिनसे शूटर्स के पूर्वांचल के रास्ते नेपाल की तरफ भागे जाने की खबर मिली है। शूटरों की गिरफ्तारी के लिए भारत- नेपाल सीमा पर भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पूर्वांचल के सभी सीमाई जिलों में शूटरों की तस्वीरें भेज उनकी गिरफ्तारी के लिए ADG अखिल कुमार ने गोरखपुर जोन के सभी पुलिस कप्तानों को निर्देशित किया है। ADG का निर्देश जारी होते ही गोरखपुर समेत इंडो-नेपाल सीमा पर चेकिंग शुरू हो गई है।
शूटरों के नेपाल भागे जाने की आशंका
ADG अखिल कुमार ने बताया, प्रयागराज में हुए शूटआउट मामले शूटर्स की नेपाल भागे जाने की सूचना मिली है। अब तक शूटर्स की जो तस्वीरें सामने आई है, उसे लेकर भारत नेपाल सीमा के सभी जिलों, खासकर महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और बहराइच समेत दूसरे जिलों के पुलिस अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है।
शूटर्स की गिरफ्तारी के लिए जोन भर में सघन अभियान चलाए जा रहे हैं। ताकि, वह किसी भी कीमत पर पुलिस को चकमा देकर नेपाल न पहुंचने पाएं। इसे देखते हुए सीमावर्ती जिलों में तलाशी अभियान और जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।