अतीक अहमद परिवार का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। अतीक के दूसरे नंबर के बेटे अली की पुलिस के हाथ दो सर्टिफिकेट लगे हैं। इन दोनों पर अलग अलग जन्म तिथियां दर्ज हैं। एक में अली की जन्म तिथि 2002 तो दूसरी में 2008 दर्ज है। पुलिस ने दोनों को कब्जे में ले लिया है। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
बालिग को नाबालिग बनाने के लिए किया फर्जीवाड़ा
बुधवार को चकिया में अतीक अहमद के घर के पास स्थित जफर अहमद के मकान को आज पीडीए ध्वस्तीकरण की कारवाई कर रहा है। इरफान पर अतीक के परिवार को पनाह देने का आरोप है। अतीक अहमद के घर को 2020 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अपने मायके के घर के सामने जफर अहमद के घर में ही रह रही थीं। आज जब पीडीए ने ध्वस्त कारण की कारवाई शुरू की तो बहुत समान घर में पड़ा था, जिसे पीडीए न बाहर निकलवाया। छानबीन में पुलिस को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं। समान में अतीक के बारे अली के दो जन्म प्रमाण पत्र भी मिले हैं। एक में जन्म तिथि 2002 जानकी दूसरे में 2008 दर्ज है। यानी अली की उम्र फर्जीवाड़ा करके 6 साल घटाई गई है। पुलिस को आशंका है की अली की उम्र घटाने के पीछे उसे नाबालिग दिखाना था। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस को आशंका है कि अली को नाबालिग साबित करने के लिए अली का दूसरा प्रमाण पत्र 2008 की तिथि में बनवाया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
अतीक की गृहस्थी का समान पीडीए ले गई
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता जिस मकान में रह रही थी उसे पीडीए ने खाली करा दिया था। पीडीए ने मकान के मालिक जफर अहमद को नोटिस जारी कर मकान खाली करने को कहा था । हालांकि मकान में काफी सामान पड़ा रह गया था। पीडीए के अधिकारियों ने उसे अपनी निगरानी में खाली करा दिया है। उसी दौरान पुलिस समानों की जांच कर रही थी तभी अतीक अहमद के बेटे की जली सर्टिफिकेट मिली। पीडीए ने सभी गृहस्थी और लग्जरी के समानों की लिस्ट तैयार कर ली है। समान पीडीए के कब्जे में रहेगा। इसकी कुर्की की कार्रवाई होगी।