प्रयागराज के उमेश-पाल-हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर के भाई जाकिर का शव मिला। गुरुवार की शाम पुलिस ने लावारिस हालत में शव बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक शव की पहचान उसकी बहन ने की है। जाकिर प्रयागराज के मरियाडीह गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। सीओ सिराथू ने बताया कि शम को कब्जे में लेकर कार्रवाई की जा रही है।
अत्याधुनिक वेपन से उतारा गया मौत के घाट
कोखराज थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव में गुरुवार की देर शाम एक अज्ञात शव पुलिस ने बरामद की। कई घंटे की एक्सरसाइज के बाद पुलिस ने शव की पहचान ढाई लाख के इनामी शूटर साबिर के भाई जाकिर के रूप में की है। पुलिस का दावा है कि लाश की पहचान उसकी बहन ने की है। 50 वर्षीय जाकिर की लाश जिस हालत में मिली है। उससे स्पष्ट है कि उसे किसी अत्याधुनिक वेपन से मौत के घाट उतारा गया है। लास्ट के हाथ पैर में गंभीर चोट के निशान हैं। लाश पेट कमर से ऊपर से उड़ा हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया जाकिर पिछले कई दिनों से अपनी बहन के गांव नजरगंज में छिप कर रहा था। जिसे कुछ दिनों पहले एक कार सवार लोगों ने पूछताछ के बाद उसे पकड़ने की कोशिश की थी।
जाकिर प्रयागराज के मरियाडीह का स्थाई निवासी
सीओ सिराथू डॉ. केजी सिंह ने बताया कि पुलिस को ग्रामीणों के जरिए महमदपुर गांव में एक शव मिलने की सूचना मिली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त की कोशिश की। काफी देर बाद पुलिस को महमूदपुर गांव के मजरा नजरगंज की एक महिला ने शव की पहचान अपने भाई जाकिर के रूप में की। जाकिर प्रयागराज के मरियाडीह का स्थाई निवासी बताया जा रहा है। शव की पीएम एवं अन्य जांच की कार्रवाई की जा रही है। सीओ सिराथू का दावा है कि मृतक जाकिर कई दिनों से मानसिक रुप से बीमार था।
ढाई लाख के इनामी या शूटर साबिर के भाई जाकिर की रहस्यमई हालत में हुई मौत कई सवाल खड़े करती है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्रयागराज जिले के पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के मरिया डी निवासी जाकिर 8 साल पहले पत्नी की मौत के मामले में जेल गया था। वह जमानत पर 4 महीने पहले छूटकर गांव पहुंचा था। उमेश पाल हत्याकांड में साबिर का नाम सामने आने के बाद जाकिर गांव से फरार चल रहा था। बताया जा रहा है कि वह अपनी बहन के घर चोरी छुपे रह रहा था। जिसका शव पुलिस ने शाम को लावारिस हालत में बरामद किया।