प्रयागराज के सुलेमसराय (जयंतीपुर) में 24 फरवरी को उमेश पाल व दो सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद से गुजरात में बंद माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं, क्याेंकि CCTV में गाेली मारते हुए अतीक के बेटे असद का वीडियो साफ दिख रहा है। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन समेत असद व अन्य शूटर फरार चल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अतीक का पूर्व विधायक भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने जिला न्यायालय में अर्जी लगाई है। वह मौजूदा समय में बरेली जेल में बंद है। उसने गुहार लगाई है कि उमेश पाल हत्याकांड में उसकी न्यायिक अभिरक्षा जरूरी हो तो वीडियो कांफ्रेंसिंग से ही रिमांड कराया जाए। अशरफ के अधिवक्ता विजय मिश्रा की ओर से इस संबंध में याचिका पेश की गई है। मुख्य न्याायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम ने थाना धूमनगंज को आदेश दिया है कि 15 मार्च को इस मामले में वह रिपोर्ट पेश करें, इस पर सुनवाई होगी।
शाइस्ता परवीन भी हैं साजिश रचने में हैं शामिल
फरार हैं शाइस्ता, अग्रिम जमानत की अर्जी
इस तिहरे हत्याकांड में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी नामजद हैं। शाइस्ता पर 25 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित है और वह फरार हैं। उसके अधिवक्ता शौलत हनीफ खान ने सेशन न्यायालय में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई है। इसमें शाइस्ता ने अपनी सफाई पेश की। लिखा है कि वह उमेश पाल हत्याकांड से उनका कोई लेना देना नहीं है। उसे सियासी रंजिशन फंसाया जा रहा है।
नाबालिग बेटों पर 15 मार्च काे होगी सुनवाई
अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटों एजम और अबान के प्रकरण में जिला न्यायालय में सोमवार को सुनवाई हुई। इसमें धूमनगंज थाना प्रभारी द्वारा अदालत के समक्ष लिखित आख्या पेश की गई। इस आख्या में यह कहा गया है कि शाइस्ता परवीन पर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित है। यह माफिया अतीक अहमद की बीवी हैं। ऐसी स्थिति में उसकी भी दुश्मनी होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। इस कारण उसकी अर्जी के संदर्भ में लिखित आख्या को गोपनीय रखते हुए बंद लिफाफे में प्रेषित की जा रही है। इस पर शाइस्ता के अधिवक्ता विजय मिश्र ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि आवेदिका के दोनों नाबालिग बेटे किस जिले में दाखिल कराए गए हैं। इस पर 15 मार्च को सुनवाई होगी।