उमेश पाल हत्याकांड के 19 दिन बीत चुके हैं। लेकिन, वारदात को अंजाम देने वाले अतीक अहमद का बेटा असद, मुस्लिम गुड्डू, गुलाम, अरमान और साबिर फरार हैं। इन सभी पर पांच लाख का इनाम घोषित है। 12 मार्च को STF बमबाज गुड्डू मुस्लिम के काफी करीब पहुंच गई थी। मगर, वह STF के पहुंचने से 20 मिनट पहले फरार हो गया। गुड्डू मेरठ में छिपकर रह रहा था।
गुड्डू को पनाह देने वाले से पूछताछ जारी
सूत्रों के मुताबिक, जिस मकान में गुड्डू मुस्लिम ने पनाह ली थी, STF उसके मालिक से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों के मुताबिक, STF लगातार अतीक के गुर्गों और उसके मददगारों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। लेकिन, शूटर्स तेजी से लोकेशन चेंज कर रहे हैं। इसी वजह से वे गिरफ्त में नहीं आ रहे हैं।
नेपाल और थाईलैंड में भी STF ने की छापेमारी
शूटर्स को पकड़ने के लिए SOG, STF और यूपी पुलिस की 22 टीमें लगाई हैं। 5 शूटरों को पकड़ने के लिए अभी तक STF नेपाल और थाईलैंड में छापेमारी कर चुकी है। साथ ही STF की टीमें पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, गुजरात और पंजाब, महाराष्ट्र समेत 13 राज्यों में 500 जगहों पर छापे मार चुकी हैं।
हर शूटर के लिए 3 डेडिकेटेड टीमें काम कर रही हैं। 3 टीमों को कॉल डिटेल और सर्विलांस के लिए लगाया गया है। जबकि 4 टीमें पूछताछ और तलाशी के दौरान मिलने वाली अहम जानकारियों की कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी हैं।
पुलिस की रडार पर फरार गनर एहतेशाम, घोषित हो सकता है इनाम
माफिया अतीक अहमद के सरकारी सुरक्षाकर्मी रहे एहतेशाम की भी पुलिस तलाश कर रही है। आशंका है कि वह भी उमेश पाल हत्याकांड में शामिल हो सकता है। अतीक 2004 में फूलपुर लोकसभा सीट से सांसद बना था। इसके बाद उसे सुरक्षा दी गई थी। इसमें सराय अकिल कोतवाली के पुरखास गांव में रहने वाला एहतेशाम भी शामिल था।
25 जनवरी, 2005 को बसपा विधायक रहे राजू पाल का मर्डर हो गया था। इस मर्डर केस में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का नाम आया था। दोनों गिरफ्तार कर लिए गए थे। अतीक के जेल जाने के बाद से ही एहतेशाम गायब चल रहा है। उसने पुलिस लाइन में अपनी आमद नहीं कराई है।
उमेश पाल का मर्डर होने के बाद एक बार फिर एहतेशाम की तलाश शुरू हो गई है। उमेश पाल की हत्या के बाद से माना जा रहा है कि एहतेशाम ने पुलिस की सेवा छोड़कर माफिया अतीक अहमद के लिए काम करना शुरू कर दिया था। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है। फिलहाल एहतेशाम पुलिस सेवा से बर्खास्त चल रहा है।
ED के जॉइंट डायरेक्टर पहुंचे प्रयागराज
उमेश पाल के परिवार की मांग है कि अतीक और उसके परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
अतीक अहमद की संपत्तियों को जब्त करने के लिए ED के जॉइंट डायरेक्टर जितेंद्र सिंह ने प्रयागराज में डेरा डाल रखा है। प्रयागराज में कैंप कर रही टीम के अधिकारी अतीक के सफेदपोश करीबियों की संपत्तियों की जांच कर रहे हैं। ED के अधिकारी अतीक और उसके परिजनों की 100 करोड़ से अधिक कीमत की संपत्तियों की पहचान कर चुके हैं।
उधर, STF अतीक के सफेदपोश एक करीबी की तलाश कर रही है। अतीक ने उमेश पाल शूटआउट के बाद इसी सफेदपोश करीबी को फोन करके कहा था कि टाइमिंग गलत हो गई। अभी सदन चल रहा है। अभी यह काम नहीं करना था। STF सूत्रों ने बताया कि इस सफेदपोश करीबी की अतीक अहमद से किसी न किसी बहाने अक्सर बात हुआ करती थी।
STF की जांच में भी अतीक और इस सफेदपोश करीबी के बीच बातचीत के पुख्ता सबूत मिले हैं। उमेश पाल का मर्डर होने के बाद अतीक ने उस सफेदपोश को करीब 100 बार कॉल किया था। जब एक बार फोन उठा, तो अतीक ने कहा था कि मैं तुम्हें फेस टाइम पर कॉल कर रहा हूं। फोन क्यों नहीं उठा रहे हो? STF अब उस सफेदपोश को उठाकर पूछताछ करने वाली है।
अतीक के गुर्गे बली पंडित से पूछताछ जारी
उधर, STF ने अतीक अहमद के गुर्गे बली पंडित को उठाकर पूछताछ शुरू कर दी है। अतीक अहमद और बली पंडित के बीच जमीन के कब्जे व वसूली से संबंधित सबूत मिले हैं। STF ने बली पंडित को 3 दिन पहले ही उठाया था। बली पंडित शाइस्ता परवीन और 5 लाख के इनामी शूटर साबिर के साथ एक CCTV फुटेज में सामने आया था।
फुटेज वायरल होने के बाद STF ने उठाकर पूछताछ शुरू कर दी है। अभी तक की जांच और पूछताछ में सामने आया है कि बली पंडित अतीक अहमद के नाम पर करेली थाना क्षेत्र में जमीनों पर अवैध कब्जे किया करता था। उसके खिलाफ करेली थाने में तमाम शिकायतें पहुंची हैं।