वाराणसी में मंगलवार देर रात भारी बारिश के बाद सड़क पर लगे पानी में करंट उतर गया। वहां से गुजर रहे दो लोग चपेट में आ गए और पानी में गिरकर तड़पकर दम तोड़ दिए। करीब ढाई घंटे, जब तक बारिश होती रही, तब तक वहीं पानी में वे गिरे पड़े रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ दिन पहले दो गाय भी इसी तरह पानी में करंट उतरने से मर गईं थीं। उसके बाद भी कोई चेता नहीं। इसमें नगर निगम की लापरवाही बताई जा रही है।
पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारी पहुंचे, तो पता चला कि स्ट्रीट लाइट का कटा तार सड़क पर गिरा था, जिसकी वजह से पानी में करंट उतर गया।
पुजारी और कोचिंग संचालिका आईं चपेट में
यह घटना वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के तुलसीनगर स्थित स्थित प्रेम तिराहे के पास की है। वहां से एक बाइक सवार शंभू नाथ पांडेय (45) और सरोज सिंह (65) बारिश के बीच गुजर रहे थे। इसमें से एक पूजा-पाठ कराने वाले पुजारी और दूसरी कोचिंग संचालिका हैं। सरोज नाम की महिला ने बारिश के दौरान सड़क पार करने के लिए शंभू से मदद मांगी।
वाराणसी में प्रेमनगर तिराहे के पास सड़क पर लगा बारिश का पानी बना काल।
शंभू ने महिला को दिया था लिफ्ट
शंभू ने महिला को बाइक पर बिठा लिया और दोनों प्रेम तिराहे के पास चौरा माता मंदिर पहुंचे तो, सड़क पर बरसात का काफी पानी लगा हुआ था। बारिश भी हो रही थी। बाइकसवार के पानी में घुसते ही करंट का झटका लगा और बाइक गिर पड़ी। पानी में तड़प-तड़ककर शंभू और सरोज की जान चली गई। स्थानीयों ने देखा, मगर आगे बढ़कर बचाने की हिम्मत नहीं कर सके। हालांकि, लोकल लोगों ने पुलिस को तत्काल सूचित कर दिया। भेलूपुर इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे मौके पर पहुंचे और बिजली विभाग के लाइनमैन को बुलवाया। लाइन मैन ने बताया कि स्ट्रीट लाइट के कटे तार की वजह से यह हादसा हो गया। स्ट्रीट लाइट की जिम्मेदारी नगर निगम की है। बिजली विभाग से कोई जिम्मेदारी नहीं है।
पूजा पाठ कराते थे शंभू और सरोज कोचिंग केयरटेकर
इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे ने बताया कि शंभूनाथ वाराणसी के शुकुलपुरा के निवासी निवासी थे। वह पूजा पाठ कराने का काम करते थे। वहीं, सरोज सिंह एक कोचिंग की केयरटेकर थीं। पुलिस ने परिजनों से संपर्क कर दोनों शवों को एंबुलेंस से मंडलीय अस्पताल के पीएम हाउस भेजवाया।