G-20 समिट की तैयारियों को लेकर वाराणसी के शहरी इलाकों में खंभों और सड़कों पर लटकते सभी केबल हटाए जा रहे हैं। इसकी वजह से शहर के कई इलाकों में इंटरनेट, केबल टीवी और मोबाइल नेटवर्क ठप हो चुके हैं। लाखों मीटर केबल काट दिए गए हैं। इसको लेकर शहरियों में काफी गुस्सा व्याप्त हो गया है।
लोगों का कहना है कि कोविड की मार से ऊबर ही रहे थे कि अब G-20 हमें बर्बाद करने पर तुला है। वाराणसी नगर निगम G-20 के मद्देजनर शहर भर में अतिक्रमण और गंदगी को लेकर अभियान चला रहा है। शहर के विश्वनाथ गली, चौक, गोदौलिया, पक्का महाल, सोनारपुरा, कज्जाकपुरा, बजरडीहा, नई सड़क, बेनिया और तमाम इलाकों के लोग इंटरनेट सर्फिंग और वाट्सएप कॉलिंग से महरूम हो गए हैं।
वाराणसी के चौक इलाके में खंभों से लटकते तार। – फाइल फोटो
500 करोड़ रुपए से केबल कराया था अंडरग्राउंड
वाराणसी में IPDS स्कीम के तहत 500 करोड़ रुपए की लागत से इलेक्ट्रिक केबल्स को अंडरग्राउंड कर दिया गया है। इसके बाद भी कई लोकल केबल वालों ने सड़कों पर तारों का जंजाल सा बिछा दिया। वहीं, उपभोक्ताओं ने भी धड़ाधड़ इंटरनेट कनेक्शन ले लिए। अब नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता इन तारों को पूरी तरह से साफ करने की फिराक है। केबल व्यापारी पप्पू ने बताया कि कोविड के बाद किसी तरह से उन्होंने इस काम को अब संभाला था, मगर अब G-20 के नाम पर फिर से हम बर्बादी के कगार पर खड़े हैं। एक व्यापारी अश्विनी ने बताया कि वाराणसी प्रशासन और नगर निगम को पहले ही कार्यवाही कर देना चाहिए था, जब उपभोक्ता इनसे सेवा ले चुके हैं, तब यह सब धवस्त कर दिया गया।
अधिकारी बोले- पहले ही कर दिया था अलर्ट
नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आम शहरियों को पहले ही अलर्ट किया जा चुका था कि अपने तारों को हटा लिया जाए। अब तक नहीं हटाया गया तो सख्त कार्रवाई की जा रही है। G-20 के आयोजन के लिए शहर को अतिक्रमण मुक्त और सुंदर बनाया जा रहा है।