छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने एक बार फिर से लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। बीते 24 घंटे के भीतर इस साल संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा सामने आया है। प्रदेश भर में 264 मरीज मिले हैं और एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 727 हो गई है और औसत पॉजिटिविटी दर 6.35 प्रतिशत पहुंच गई है।
जिलेवार आंकड़ों की बात करें तो अब तक सबसे ज्यादा मरीज राजधानी रायपुर से ही निकल रहे थे, लेकिन अब दूसरे जिलों में भी मामले बढ़ने लगे हैं। हालांकि बाकी जिलों की तुलना में अब भी बड़ा आंकड़ा राजधानी रायपुर का ही है। 54 संक्रमित मरीज रायपुर जिले से मिले हैं।
इसी तरह राजनांदगांव से 26, सरगुजा जिले से 21, सूरजपुर और बिलासपुर से 17-17, दुर्ग से 14, बलौदा बाजार से 13, महासमुंद और धमतरी से 12-12, कांकेर से 10 केस, नारायणपुर से 9 मरीज, बालोद और कोरबा से 8-8 केस, बेमेतरा और जांजगीर-चांपा से 7-7, कबीरधाम जिले से 6, दंतेवाड़ा और गौरेला पेंड्रा मरवाही से 4-4, रायगढ़ से 2 और गरियाबंद से एक मरीज मिला है।
छत्तीसगढ़ में एक्टिव मरीजों की संख्या के साथ ही संक्रमण दर भी बढ़ा है।
बीते 10 दिनों में प्रदेश कोरोना मरीजों के आंकड़े इस तरह बढ़े
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सभी जिलों के अधिकारियों की बैठक ली।
मुख्यमंत्री ने ली उच्च स्तरीय बैठक, सभी जिलों के लिए जारी किए दिशा-निर्देश
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिए और साथ ही सभी जिलों के कलेक्टर, एसपी और CMHO समेत अन्य अधिकारियों की तुंरत बैठक लेने के निर्देश मुख्य सचिव को दिए थे। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पूरे प्रदेश की मौजूदा स्थिति सुरक्षा, बचाव और उपचार संबंधी जानकारी ली। इस बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिलों के लिए बचाव और रोकथाम संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिला कलेक्टर्स, एसपी, CMHO और अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सर्दी, खांसी और जुकाम के लक्षण वाले लोगों की लगातार निगरानी करने और ऐसे मरीजों की कोरोना जांच के निर्देश दिए हैं। विभाग ने ऐसे जिलों जहां प्रतिदिन कोरोना जांच की संख्या कम है, वहां जांच बढ़ाने को कहा है। हर जिले में रोजाना कम से कम 100 सैंपलों की जांच करने को कहा गया है। विभाग ने निर्देशित किया है कि सैंपलों की जांच RTPCR विधि से ही किया जाए, जिससे कि पॉजिटिव मामलों के सैंपल को व्होल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा जा सके।
विभाग ने सभी जिलों को कोविड-19 के उपचार के लिए अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन बिस्तर, आईसीयू बिस्तरों, वेंटिलेटर, मेडिकल ऑक्सीजन, दवाईयों इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं। इसके अलावा लोगों के बीच कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं।