वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में वजूखाना की सुविधा देने के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। हिंदूवादी संगठनों ने इसके विरोध में बुधवार को पोर्टिको में जोरदार प्रदर्शन किया।
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में ही वजू की व्यवस्था होनी की खबर से हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है। ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण से जुड़े हिंदू पक्ष और सनातन धर्मियों के साथ अधिवक्ताओं ने इसके खिलाफ बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया। डीएम पोर्टिको में एकत्रित हुए लोगों ने जमकर नारेबाजी की। डीएम के साथ बैठक कर फैसले पर विरोध भी जताया गया।
सभी की मांग है कि काशी विश्वनाथ धाम परिसर को छोड़कर कहीं दूसरे स्थान पर वजू की व्यवस्था होनी चाहिए। मामले को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम और मंडलायुक्त को सौंपा गया है। इसमें चार बिंदुओं पर आपत्ति जताते हुए फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया गया है।
पिछले साल सील किया गया था वजूखाना
ज्ञानवापी परिसर में बीते साल मई में अदालत के आदेश पर एडवोकेट कमिश्नर ने कमीशन की कार्रवाई की थी। कमीशन की कार्रवाई के दौरान ही वजूखाना से संबंधित स्थान में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया था। जिला अदालत के आदेश से उस स्थान को सील कर दिया गया था। 17 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि क्षेत्र को सील करने के लिए वाराणसी की कोर्ट द्वारा पारित आदेश मुस्लिमों के नमाज पढ़ने और धार्मिक अनुष्ठान के लिए मस्जिद तक पहुंचने के अधिकार को प्रतिबंधित नहीं करेगा।