माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड के सीन रीक्रिएशन रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। इसमें कहा गया है कि कस्टडी रिमांड में जिन मानकों का पालन किया जाना था, वह नहीं हुआ। इसलिए हमलावर लवलेश तिवारी, सनी सिंह, अरुण मौर्या आसानी से सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए दोनों का मर्डर कर दिया।
पुलिस ने जहां 15 अप्रैल को अतीक-अशरफ की हत्या हुई थी, वहां 20 अप्रैल को सीन रिक्रिएशन किया था। इसमें दो युवकों को अतीक-अशरफ बनाया था।
वीडियो फुटेज और बयानों की जांच
SIT ने प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल पहुंचकर 20 अप्रैल को हत्याकांड का सीन रीक्रिएशन किया था। इस दौरान पुलिसकर्मियों को अतीक-अशरफ और मीडियाकर्मियों का रोल देकर घटनाक्रम दोहराया गया। सब कुछ वैसे ही किया गया जैसे हत्या के दिन हुआ था। बाकायदा इसकी वीडियो रिकार्डिंग भी की गई थी। लखनऊ से आई फोरेंसिक जांच टीम के सदस्यों के निर्देशन में सीन रीक्रिएट किया गया। इससे मौके पर हुए घटनाक्रम के एक-एक बिंदु की जानकारी जुटाई गई।
फोरेंसिक टीम ने घटना वाले दिन कुल 28 स्पॉट चिह्नित किए थे। बाकायदा उसकी नंबरिंग की गई थी। सीन रिक्रिएशन के दिन भी 28 स्पॉट बनाए गए। सीन रीक्रिएशन के वीडियो फुटेज, तस्वीरों के जरिए जांच टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। रिक्रिएशन रिपोर्ट जांच टीम ने SIT को सौंप दी है।
रक्षा के नहीं थे पुख्ता इंतजाम
सीन रीक्रिएशन की फाइंडिंग में पता चला है कि अतीक-अशरफ की सुरक्षा में पुलिस ने अपेक्षित सक्रियता नहीं बरती। इसलिए शूटर आसानी से दोनों तक पहुंच गए। फिलहाल, SIT इस पूरे मामले में गहनता से जांच कर रही है। अगर पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आती है तो उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है।
दिल्ली के माफिया की हत्या के लिए मिली थी तुर्किए की पिस्टल
इधर, SIT को हमलावर सनी सिंह ने बताया कि उसको दोनों तुर्किए मेड वेपन दिल्ली के माफिया सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया को मारने के लिए जितेंद्र गोगी गैंग ने दी थी। टिल्लू और जोगी में कट्टर दुश्मनी है। सनी पिस्टल मिलने के बाद वहां से फरार हो गया। इसका यूज अतीक-अशरफ की हत्या में कर दिया। घटनास्थल से दोनों पिस्टलें मौके से मिली थीं। सनी सिंह 2020 में जितेंद्र गोगी गैंग के संपर्क में आया था।
इसी तुर्किए मेड पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या की गई।
रविवार शाम 5 बजे रिमांड अवधि खत्म
अतीक और अशरफ हत्याकांड में आज सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या की रिमांड अवधि शाम 5 बजे पूरी हो जाएगी। कोर्ट बंद होने के कारण इन तीनों आरोपियों को पुलिस वापस प्रतापगढ़ जेल ले जा सकती है। पुलिस स्पेशल रिमांड जज के बैठने की मांग सकती है।
आखिर सीन रिक्रिएशन क्यों ?
सीन रिक्रिएशन के जरिए पुलिस किसी घटना के बारे में समझती है। जैसे घटना कब, कहां और कैसे हुई? घटना में कौन-कौन था, किसकी क्या भूमिका रही आदि। इसमें भौतिक साक्ष्यों के आधार पर वास्तविक घटनाक्रम का अनुमान लगाया जाता है। बारीकी से घटनाक्रम के एक-एक बिंदुओं के संबंध में डिटेल्स जुटाई जाती है। फिर विशेषज्ञ जांच कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करते हैं। इसी के आधार पर आगे कार्रवाई की जाती है।