पुंछ हमला… आतंकियों ने मिलिट्री ट्रक पर स्टील बुलेट दागीं:इनके सामने बख्तरबंद ढाल तक बेअसर, स्नाइपर अटैक के बाद ग्रेनेड भी फेंके थे

KHABREN24 on April 23, 2023

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में 20 अप्रैल को आर्मी के ट्रक पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे। मामले की जांच NSG और NIA की टीम कर रही है। घटना को लेकर रविवार को एक जानकारी सामने आई है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, आतंकियों ने ट्रक से जा रहे जवानों पर हमले के लिए स्टील कोर बुलेट्स का इस्तेमाल किया। ये बुलेट्स बख्तरबंद ढाल को भेदने में सक्षम थी।

माना जा रहा है कि भाटा धुरियान के घने जंगल वाले इलाके में एक स्नाइपर ने ट्रक को आगे से निशाना बनाया। इसके बाद अन्य आतंकवादियों ने ट्रक पर गोलियां बरसाई और ग्रेनेड फेंके। सैनिकों को जवाबी कार्रवाई करने का समय नहीं मिला।

सेना के ट्रक में इफ्तार के लिए खाने का सामान था। इसे लेकर वे पास के गांव जा रहे थे। ये जवान आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए तैनात राष्ट्रीय राइफल्स की एक यूनिट से थे। बता दें कि हमले के बाद आतंकवादी सैनिकों के हथियार लेकर फरार हो गए।

यह आर्मी का वही ट्रक है, जिस पर 20 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। जवान इफ्तार के लिए सब्जी और अन्य सामान ले जा रहे थे।

यह आर्मी का वही ट्रक है, जिस पर 20 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। जवान इफ्तार के लिए सब्जी और अन्य सामान ले जा रहे थे।

NSG और NIA ने जानकारी जुटाई
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सहित विभिन्न एजेंसियों के विशेषज्ञों ने पिछले दो दिनों में हमले के स्थल का दौरा किया है और घातक हमले वाली जगह का दौरा किया और हमले को लेकर स्पष्ट जानकारी जुटाई।

हालांकि जिस क्षेत्र में हमला हुआ था, उसे लंबे समय से आतंकवाद मुक्त माना जाता रहा है। भाटा धूरियन जंगल इलाका आतंकवादियों के लिए भारत में घुसपैठ का रास्ता था। यहां नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार कर आतंकी आते रहे हैं। यह इलाका घने जंगल और प्राकृतिक गुफाओं वाला है।

घटनास्थल पर बम डिस्पोजल स्क्वॉड और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने जांच की। उसे मौके पर आतंकी हमले के सबूत मिले हैं।

घटनास्थल पर बम डिस्पोजल स्क्वॉड और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने जांच की। उसे मौके पर आतंकी हमले के सबूत मिले हैं।

अब तक 12 से अधिक लोग हिरासत में
अधिकारियों ने कहा कि पुंछ हमले के सिलसिले में पूछताछ के लिए 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल घने जंगल का मुआयना करने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है।

उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता है कि आतंकवादी सुरक्षा के जाल से बचने के लिए घने जंगल में सुरक्षित ठिकाने बनाने में कामयाब रहे हैं या पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुस गए होंगे।

हमला गुरुवार दोपहर 3 बजे भाटा धुरियान जंगल में हुआ। यह पुंछ से 90 किलोमीटर दूर है।

हमला गुरुवार दोपहर 3 बजे भाटा धुरियान जंगल में हुआ। यह पुंछ से 90 किलोमीटर दूर है।

विदेशी भाड़े के सैनिकों की हरकत
अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक रिपोर्ट में हमले में कुछ विदेशी भाड़े के सैनिकों सहित लगभग पांच आतंकवादियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। घात लगाकर हमला करने के बाद, आतंकवादियों ने संभवतः ग्रेनेड के साथ-साथ स्टिकी बमों का भी इस्तेमाल किया जिससे वाहन में आग लग गई।

अधिकारियों ने कहा कि हमले को अंजाम देने वालों के बारे में माना जाता है कि वे एक साल से अधिक समय से राजौरी और पुंछ में थे और उन्हें इलाके की पर्याप्त जानकारी थी। यह काफी कठिन है।

ग्रेनेड अटैक और फायरिंग के बाद ट्रक पूरी तरह जलकर खाक हो गया।

ग्रेनेड अटैक और फायरिंग के बाद ट्रक पूरी तरह जलकर खाक हो गया।

हमले में लश्कर का हाथ
उन्होंने बताया कि यह इलाका जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स (जेकेजीएफ) का गढ़ है क्योंकि इसका कमांडर रफीक अहमद उर्फ ​​रफीक नई इसी इलाके का रहने वाला है। सूत्रों ने कहा कि अभी तीन से चार आतंकवादी समूह राजौरी और पुंछ क्षेत्र में सक्रिय हैं। जैश-ए-मोहम्मद की प्रॉक्सी शाखा, प्रतिबंधित आतंकी समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। ऐसी खबरें हैं कि यह प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा की करतूत है।

ओडिशा और पंजाब के रहने वाले थे शहीद जवान
शहीदों की पहचान लांस नायक देबाशीष बसवाल, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह, सिपाही सेवक सिंह और हवलदार मनदीप सिंह के रूप में हुई है। इनमें से लांस नायक देबाशीष बसवाल ओडिशा के रहने वाले हैं, अन्य चार शहीद पंजाब के निवासी हैं।

जज, नागरिक और पुलिसकर्मियों को मार दिया था
गुरुवार के हमले ने दो दशक पहले एक न्यायिक मजिस्ट्रेट के वाहन पर हुए आतंकवादी हमले की याद दिला दी। 5 दिसंबर, 2001 को भाटा धुरियान जंगलों के पास देहरा की गली के जंगलों में हुए हमले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीके फूल, एक नागरिक और दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी।

Shree Shyam Fancy
Balaji Surgical
S. R. HOSPITAL
5 3 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x