अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड में शनिवार को तीनों आरोपियों की सीजेएम कोर्ट में वीडियो कॉफ्रेंसिंग से पेशी हुई। कोर्ट ने लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य की 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है। अब 12 मई को तीनों आरोपियों की कोर्ट में पेशी होगी। तीनों आरोपी अभी प्रतापगढ़ की जिला जेल में बंद हैं। मामले की जांच कर रही एसआईटी 4 दिन की कस्टडी रिमांड लेकर सभी से पूछताछ कर चुकी है।
21 पुलिस वालों से SIT करेगी पूछताछ
अतीक और अशरफ की सुरक्षा में लगे 21 पुलिस वालों से SIT पूछताछ करेगी। वहीं, पोस्टमॉर्टम करने वाले 4 डॉक्टर और सेक्टर मजिस्ट्रेट को भी SIT के सवालों के जवाब देने होंगे। साथ ही, 35 आम लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
SIT की लिस्ट में मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय के 15 कर्मचारी भी शामिल हैं। SIT को दो हफ्तों में जांच पूरी करके रिपोर्ट पेश करनी है। इस मामले में डीसीपी नगर प्रयागराज पुलिस की ओर से पैरोकार हैं।
अतीक और अशरफ को एक साथ प्रयागराज में लाया गया था। जब उनका मर्डर हुआ।
तीनों को दूसरी बार 14 दिन की न्यायिक हिरासत
बता दें, प्रयागराज के शाहगंज थाने में 16 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की FIR दर्ज की गई। इसी दिन पुलिस ने बांदा के लवलेश तिवारी, हमीरपुर के मोहित उर्फ सनी और कासगंज के अरुण मौर्य को सीजेएम कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। रविवार शाम 5 बजे इन हत्यारों की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही थी। इससे पहले ही कोर्ट ने इनकी हिरासत बढ़ा दी है।
यह तस्वीर हत्याकांड वाले दिन की है। हमलावरों ने मीडिया से बातचीत के दौरान दोनों की गोली मारकर हत्या की थी।
3 लेवल पर हत्याकांड की जांच
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की जांच के लिए 2 SIT गठित की गई हैं। पहली, DGP आरके विश्वकर्मा ने की है। दूसरी, SIT प्रयागराज कमिश्नर रमित शर्मा ने बनाई है। इससे पहले, रविवार को सरकार ने न्यायिक अयोग का गठन किया था। अब 3 लेवल पर इस हत्याकांड की जांच हो रही है।
गैंगवार के खतरे को देखते हुए बदली गई जेल
उधर, शूटर्स अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी को कोर्ट में पेश करने के बाद 16 अप्रैल को नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया था। तीनों को तन्हाई बैरक में रखा गया। नैनी जेल में ही अतीक का बेटा अली अहमद भी कैद है। ऐसे में 17 अप्रैल को गैंगवार के खतरे को देखते हुए तीनों शूटर्स की जेल बदली गई है। तीनों को प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया।