वाराणसी पहुंचे पायलट बाबा ने अस्सी घाट गंगा की आरती देखी। पायलट बाबा ने भविष्यवाणी करते हुए कहा, “ज्ञानवापी हमें मिलेगा। देर होगा, लेकिन मिलेगा। लोकसभा चुनाव के बाद ही मिलेगा, मगर मिलेगा। लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की ही सरकार बनेगी। प्रधानमंत्री अभी 10 साल तक रहेंगे। मुगलों ने काशी का बहुत शोषण किया है। हम अब मुक्त हैं कि गंगा मां की सेवा कर सकते हैं। मगर, गंगा की सफाई करने वाले सुस्त और गैर-जिम्मेदार हैं।
‘मंदिरों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जा रहा’
मंदिरों के कॉरिडोर निर्माण के विरोधों पर उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति को कई बार नष्ट किया गया है। लेकिन, पीएम मोदी कॉरिडोर बना रहे हैं, यह एक तरह से सफाई का काम है।
मंदिरों को अतिक्रमण से मुक्त किया जा रहा है। हमें अपनी ताकत, कानून और मनोयोग के बल से हमें अपने स्थानों को वापस लेना है। कॉरिडोर बनाना सफाई का रास्ता है। बनारस में कितना परिवर्तन हुआ है। स्वच्छ नगरी बन गई है।
आरती के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। हर हर महादेव के नारे से पूरा वातावरण गूंज उठा। वहां पहुंचे श्रद्धालुओं को बाबा ने आशीर्वाद दिया।
पर्यटन बढ़ सकता है, मगर गंगा साफ नहीं हो सकती
पायलट बाबा ने कहा कि गंगा की सफाई कठिन काम है। बहुत से आए और चले गए, लेकिन गंगा साफ नहीं हो सकेगी। पर्यटन का कितना विकास हो जाएगा, मगर गंगा को साफ करने मन नहीं तैयार हो सकता। जिन लोगों को जिम्मेदारी मिली है, वो खाकर भूल जाता है। बड़े लोगों को गंगा सफाई के नाम पर सुस्ती आ जाती है। गंगा सफाई को लेकर आई एजेंसियां दिल से नहीं लगी है।
पायलट बाबा के शिष्यों ने कहा कि बाबा दो साल वे बनारस आना चाह रहे थे। काफी परेशान थे, काशी यात्रा न हो पाने से। आज यहां आकर उनका मन प्रफुल्लित हो उठा है। पायलट बाबा ने कहा कि ऐसी गंगा आरती विरल ही देखने को मिलती है।
पायलट बाबा ने करीब डेढ़ घंटे तक गंगा अर्चकों के सामने व्हील चेयर पर बैठकर आरती देखी।
पायलट बाबा थे विंग कमांडर
पायलट बाबा का नाम कपिल सिंह है। उनका पायलट इसलिए पड़ा क्योंकि वे भारतीय वायु सेना में विंग कमांडर थे। फाइटर प्लेन उड़ाते थे। 1962 में भारत-चीन और 1965 और 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में शामिल थे। भारत-चीन युद्ध में उन्होंने मिग विमान से लड़ाई लड़ी थी।
उनके विमान का कंट्रोल खो गया था। उनके आधार के साथ रेडियो संपर्क भी टूट गया था और उन्हें खोया हुआ मान लिया गया। पायलट बाबा के अनुसार, अपने आध्यात्मिक गुरु, हरि बाबा, उनके कॉकपिट में प्रकट हुए और उन्हें अपने लड़ाकू विमान को सुरक्षित रूप से उतारने के लिए निर्देशित किया। इसके बाद उन्होंने 33 साल की उम्र में वायुसेना से रिटायरमेंट ले लिया। इसके बाद वह पायलट बाबा के नाम से फेमस हो गए।
पायलट बाबा ने कहा कि मैं दो साल से काशी आना चाहता था, आज मेरी मुराद पूरी हुई। पायलट बाबा एक प्रसिद्ध भारतीय आध्यात्मिक गुरु हैं, जो पहले विंग कमांडर कपिल सिंह थे,