मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने लगभग 51 करोड़ की संपत्तियां आईएएस और कांग्रेस विधायकों से जप्त की। दावा किया कि कोल स्कैम की जांच के तहत यह संपत्ति जप्त की गई है । इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बड़ा बयान दिया
राजनांदगांव रवाना होने से पहले उन्होंने रायपुर में मीडिया से चर्चा में कहा, भाई मैं यह कह रहा हूं कि किसके किसके यहां पर जब्ती हुई यह बताना । बताना चाहिए रामगोपाल अग्रवाल के यहां कितना, गिरीश देवांगन के यहां क्या मिला, सन्नी अग्रवाल के यहां क्या मिला , आरपी सिंह के यहां क्या मिला , विनोद तिवारी के यहां क्या मिला यह बताओगे कि सबका मिलाकर बता दोगे आप। बताओ ना कि सूर्यकांत तिवारी के यहां कितना है, विश्नोई के यहां कितना है, सुनील अग्रवाल का कितना है । वो व्यापारी उद्योगपति हैं उनके यहां तो पैसा मिलेगा ही लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं के यहां जो छापे पड़े रामगोपाल , गिरीश देवांगन , सनी अग्रवाल, विनोद तिवारी सबके पास से कितनी कितनी राशि जब्त की यह बताना चाहिए। सबका का अलग-अलग बताना चाहिए । मेरे बयान के बाद विज्ञप्ति जारी हुई मगर बाकी कांग्रेस नेताओं के यहां कितनी राशि मिली यह नहीं बताई जा रही ।
रमन सिंह ने किया भ्रष्टाचार मगर जांच नहीं
मुख्यमंत्री ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा- देखिए रमन सिंह 15 साल सत्ता में रहे और आरबीआई ने रिपोर्ट जारी की छत्तीसगढ़ में 40% लोग गरीबी रेखा के जीवन नीचे अपन करते हैं। 15 साल में आपने लोगों को गरीब से और गरीब बनाते रहे और उनके जो कार्यकर्ता हैं भारतीय जनता पार्टी के, पैसे वाले होते गए और हम लगातार यह बोल रहे हैं कि इनके यहां छापा क्यों नहीं डाल रहे । पूरा चावल खा गए और चावल घोटाला हो गया सीएम सर सीएम मैडम सबूत लिखे मिले , ईडी के पास तो है क्यों जांच नहीं करते।
इसके बाद यह रमन सिंह खुद स्वीकार करते हैं 1 साल कमीशन खोरी बंद कर दो कहते थे इससे बड़ी स्वीकारोक्ति और क्या हो सकती है । भारतीय जनता पार्टी के लिए ईडी एजेंट की तरह काम कर रही। भाजपा वाले जो 15 साल लूटते रहे उसकी जांच कब करोगे आप वह होता नहीं।
मुख्यमंत्री ने फिर कहा कि कांग्रेस के विनोद तिवारी के घर में आरपी सिंह के घर में छापा डाल रहे हो तो कितनी राशि मिली बताओ तो सही, किसी व्यापारी उद्योगपति के घर छापा पड़ेगा उनके पास तो चल अचल संपत्ति होगी ही उससे क्या लेना देना हमारे कार्यकर्ताओं के घर छापा पड़ा उसमें क्या मिला बताना चाहिए ।
छत्तीसगढ़ की सरकार का कुशल वित्तीय प्रबंधन
पूरी कार्रवाई का जनता पर क्या असर पड़ेगा यह पूछे जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा,
देखिए सबसे बड़ी अदालत जनता की है, और जनता देख रही है छत्तीसगढ़ में जो काम करने वाली सरकार है, जो राजस्व वृद्धि हो रही है और लोगों को उसमें वितरण भी कर रही है । चाहे राजीव गांधी किसान न्याय योजना हो, गोधन , श्रमिक न्याय योजना हो चाहे बेरोजगारी भत्ता हो चाहे सरकारी अधिकारी कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम देना हो चाहे वह मितानिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है उनके मानदेय में वृद्धि करना हो। 65 प्रकार के लघु वनोपज के समर्थन मूल्य में खरीदी कर रहे हैं । 15 साल में तो नहीं किया रमन सिंह ने।
उसके बाद भी हमारी अर्थव्यवस्था बढ़िया है माइनिंग स्टांप आबकारी राजस्व में वृद्धि हुई है जो योजनाएं पिछले सरकारों ने संचालित किया उसके बाद हमने किसानों आदिवासियों महिलाओं खाते में पैसा डाल रहे हैं, इसका मतलब यह है कि हमने वित्तीय प्रबंधन अच्छा किया और साथ-साथ राजस्व में वृद्धि की तभी तो पैसा वितरण हो पा रहा है । भाजपा की सरकारों ने जितने राज्य में हैं सभी ने कर्जा लिया है, हजारों करोड़ का। हमारे छत्तीसगढ़ ने कर्जा नहीं लिया हमारा वित्तीय प्रबंधन बढ़िया रहा और आय में वृद्धि कैसे करें इस पर हमने काम किया ।
1100 करोड़ से बढ़कर स्टांप ड्यूटी 1700 करोड़ हुई । हमने कलेक्टर गाइडलाइन से 30% कम कर दिया छोटे भूखंड की बिक्री होने लगी । राजस्व बेहतर हुआ सरकार के खजाने में पैसा आया ,यही प्रबंधन हमने किया हमने इसी रणनीति के तहत कैसे पैसा आए इस पर काम किया गोबर से पैसा लोगों ने कमाया ।
भाजपा शासन में गरीब और गरीब हुए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह ने 15 साल में जितने संसाधन है सब में भ्रष्टाचार किया। उसके लोग बड़े होते गए संपन्न होते गए और छत्तीसगढ़ के लोग गरीब होते गए । इनको बर्दाश्त नहीं हो रहा है तो भारतीय जनता पार्टी सीधे लड़ नहीं पा रही है तो ईडी आईटी यह सब लगा दिए हैं जो एजेंट की तरह काम कर रहे हैं । हम तो बता रहे हैं नान घोटाले में सीएम मैडम और सीएम सर कौन है , पैसा कहां गया जांच करें, इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक का पैसा लोगों का पैसा लगा था कहां गया जांच करना चाहिए, नारको टेस्ट में रमन सिंह रामविचार नेताम और भाजपा के लोगों का नाम लिया जा रहा था करे ना जांच ईडी, क्यों नहीं करते।
ईडी द्वारा दो हजार करोड़ के शराब घोटाले का दावा किए जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक शून्य और लगा लेते 20 हजार करोड़ का घोटाला बता देना था। लेकिन किसी की चल अचल संपत्ति जप्त किए, क्या मिला बताना चाहिए, सारे अधिकारी और नेताओं का नाम जोड़ दिया इसीलिए अलग-अलग नाम बताने कह रहा हूं इसमें भी आप कह रहे हैं कि इतना हुआ आप इंफोर्समेंट डायरेक्टर हैं किससे क्या मिला यह तो बता ही सकते हैं, हवा में बात करेंगे क्या…
ईडी को टारगेट दिया गया है कि जहां विरोधी दल के लोग बैठे हैं उन्हें सताओ उन्हें टारगेट दिया गया है उसी हिसाब से काम कर रहे हैं।