उत्तर प्रदेश बस सेवा की स्थापना के 50 वर्ष पर मुख्यमंत्री ने सभी जिलों को सौ बसों दी है। इसमें अयोध्या परिक्षेत्र के विभिन्न जनपदों को नौ बसें मिली है। अयोध्या जनपद को दो बसें मिली है। अब इन बसों से रामनगरी से देश की राजधानी दिल्ली का सफर आसान होगा। क्योंकि राजधानी सेवा की बसें कम समय में दिल्ली का सफर तय करेगी। इन बसों का ठहराव सिर्फ जिला मुख्यालयों पर ही होगा।
शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या परीक्षेत्र को नौ बसों का सौगात दिया है। जिसमें दो बसें अयोध्या डिपो के लिए आवंटित हुई है। इसके अलावा अमेठी व सुल्तानपुर डिपो को दो-दो एवं अकबरपुर डिपो को तीन बसें मिली, क्योंकि अकबरपुर डिपो की दिल्ली से दूरी अधिक है।
परिवहन निगम क्षेत्र में 323 बसों का हुआ बेड़ा
परिवहन निगम अयोध्या परिक्षेत्र में कुल 314 बसें है। नौ राजधानी बसों के शामिल होने के बाद अब 323 बसों का बेड़ा हो गया है। इसमें अनुबंधित और निगम की बसें शामिल है।
10 फीसदी किराए में इजाफा
अयोध्या से दिल्ली तक राजधानी बस का किराया 1085 रुपए होगा। जबकि साधारण बसों का किराया एक हजार रुपए है। सामान्य बसों से राजधानी सेवा में लगभग 10 फीसदी किराया अधिक लगेगा। राजधानी बसों का सिर्फ जिला मुख्यालयों पर ही ठहराव होगा। इसके अतिरिक्त रास्ते में कहीं सवारी नहीं बैठाएंगी।
राजधानी बसों का संचालन लखनऊ से एक्सप्रेस-वे के जरिए दिल्ली का सफर तय करेंगी। परिक्षेत्र के आरएम विमल राजन ने बताया कि राजधानी सेवा बसें यात्रियों के लिए मुख्यालय पर इंतजार नहीं करेगी। निर्धारित समय पर बस गंतव्य के लिए रवाना हो जाएंगी और रास्ते में कहीं सवारियां नहीं बैठाएंगी। बसों के आवंटन के बाद आगमन व प्रस्थान की समय सारिणी तय की जाएगी।