प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नैनी के अरैल घाट पर इसका प्रभाव साफ दिखाई दे रहा है। घाट पर स्थित बारादरी पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है। निचली बारादरी में बने विश्राम गृह की केवल छत दिखाई दे रही है।
बाढ़ की स्थिति के बावजूद स्थानीय लोग यहां पहुंच रहे हैं। यमुना की लहरें लोगों को आकर्षित कर रही हैं। कई लोग घाट के किनारे पिकनिक मना रहे हैं। सुबह और शाम को स्नान करने वालों की भीड़ जमा हो रही है।
एसडीएम करछना तपन मिश्रा के अनुसार बाढ़ को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। अरैल घाट पर स्नान करने वालों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग लगाई गई है। लोगों को गहरे पानी में स्नान करने से मना किया गया है। घाट पर जल पुलिस और गोताखोर तैनात किए गए हैं।
नैनी के अरैल घाट और महेवा गांव के किनारे रहने वाले लोगों को सावधान किया गया है। बाढ़ चौकियां और शरणालय बनाए गए हैं। वहां खाने-पीने और दवाइयों की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।