यूपी में नदियां उफान पर हैं। गंगा, यमुना समेत नदियों का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद मथुरा के वृंदावन में हालात बिगड़ गए हैं। 50% इलाका बाढ़ प्रभावित है। राधा वल्लभ मंदिर में पानी भर गया।
वृंदावन का परिक्रमा मार्ग पूरी तरह डूब चुका है। बांके बिहारी मंदिर से यमुना की दूरी 600 मीटर है, लेकिन अब महज 100 मीटर रह गई। यानी 500 मीटर तक बाढ़ का पानी पहुंच गया। संत प्रेमानंद महाराज ने अपने शिष्यों के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। बाढ़ को देखकर वह व्यथित हो गए। प्रेमानंद जी एकदम शांत रहे और यमुना को निहारते रहे।
बिजनौर गंगा बैराज स्थित रावली तटबंध गंगा कटान से क्षतिग्रस्त हो गया। सिंचाई विभाग और प्रशासन के अधिकारी कटान रोकने में जुटे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली-पौड़ी हाईवे पर यातायात रोक दिया गया है। आगरा के ताजमहल की बाउंड्रीवाल तक यमुना का पानी पहुंच गया है।
कन्नौज में सोमवार दोपहर भारी बारिश हुई। इस दौरान 700 साल पुराने मकबरे की दीवार ढह गई। उसकी चपेट में आने से तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मलबे में पांच बाइकें दब गईं। प्रयागराज के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। छोटा बघाड़ा इलाके में 1 हजार से ज्यादा घर डूब गए हैं।
आज 22 जिलों में बारिश का अलर्ट है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 2.6 मिमी बारिश हुई। यह मौसम विभाग के औसत अनुमान 5.9 मिमी से 56% कम है। वहीं, मानसून सीजन में अब तक 647.5 मिमी बारिश दर्ज हुई है। यह औसत अनुमान 647.3 मिमी से बराबर है। यानी अब तक प्रदेश में कोटे की बारिश पूरी हो चुकी है।
तस्वीरें देखिए-
फर्रुखाबाद में बाढ़ के बीच पानी में जान जोखिम में डालकर निकलते युवक।
लखीमपुर में शारदा नदी में पक्का मकान समा गया।
बिजनौर में गंगा का पानी तेजी से बढ़ रहा है। कटान के बीच लोग आ-जा रहे हैं।
बलिया में गंगा नदी उफान पर है। यहां सड़कों पर नाव चल रही है।