एस आर हॉस्पिटल संचालक संजय तिवारी ने की अपील……..
दीपावली सेलिब्रेशन के लिए सुरक्षा के उपाय…..
धार्मिक आस्था का प्रतीक दीपो का पर्व दीपावली आने ही वाला है और हम सभी सपरिवार पूजा पाठ एवं दीप प्रज्जवलन के साथ पटाखे फोडने एवं अतिशबाजी करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं ! हालाँकि कहा जाता है “सॉरी से बेहतर सुरक्षित” इसलिए आपके एवं आपके प्रियजनों के लिए एक सुरक्षित एवं आनंदमय दीपावली मनाने के लिए कुछ सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील की जाती है:-
1.सूती वस्त्र
परिवार में बच्चे एवं वयस्क दोनों आतिशबाजी के समय सूती कपड़े पहनें। सिंथेटिक एवं ठीले ढाले कपड़े बहुत आसानी से आग पकड़ लेते हैं।
2.अच्छी तरह से तन ढककर कपड़े पहने
आपके एवं बच्चों के हाथ एवं पैर अच्छी तरह से कपड़ों से ढके हुए होने चाहिए। ढीले ढाले कपड़ों पर आग आसानी से लग जाती है। लड़कियों के लिए सुनिश्चित करें कि दुपट्टा ठीक से पिन लगाया गया हो।
3.पटाखों की गुणवत्ता
कानूनी निर्माताओं से पटाखे खरीदने की कोशिश करें एवं उनका उपयोग करने से पहले निर्देशों को पढ़ना सुनिश्चित करें। अच्छी गुणवत्ता वाले पटाखों से हादसों का खतरा कम होता है। एवं ऐसे फटाखे न फोडे जिसमे धार्मिक देवी देवताओ के चित्र हो । किसी की धार्मिक भावनाओ को ठेस न पहुचाएं
4.आपातकालीन नंबर
आप अपने पास किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए अस्पताल डॉक्टरों फायर ब्रिगेड पुलिस स्टेशन आदि के नंबर नोट करके रखे।
5.प्राथमिक चिकित्सा किट
सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा युक्ति आपातकालीन उद्देश्य के लिए प्राथमिक चिकित्सा किट को संभाल कर रखना है।
6.अग्निशामक यत्र
पटाखे फोड़ते समय पास में अग्निशामक यंत्र रखें। एक छोटी सी आग की दुर्घटना से निपटने में एक बाल्टी पानी या रेत भी काम आ सकती है।
7.जले हुए पटाखे को सुरक्षीत एकत्र करे
उपयोग किए गए जले हुए पटाखों अन्य आतिशबाजी को सावधानी से एकत्र करे।आप या तो उन्हें पानी की एक बाल्टी में डाल सकते हैं या गर्मी को दूर करने के लिए उन्हें रेत से ढक सकते हैं।
8.बच्चों पर नजर
महत्तवपूर्ण है कि बच्चों पर विशेष नजर रखें क्योंकि वे दीपावली सेलिब्रेशन से ज्यादा उत्साहित होंगे। कृपया बच्चों के साथ रहें एवं पटाखों को जलाते समय उनका मार्गदर्शन करें।
एस आर परिवार की तरफ से सुरक्षित सुखद एवं शुभ दीपावाली….