भिलाई नगर निगम के कुरुद और घासीदास नगर सहित कई तालाबों में सफाई नहीं की गई है। इसके चलते सुहागिनों को गंदे पानी में अर्ध्य देकर छठ माई की पूजा करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। शुक्रवार 28 अक्टूबर से छठ पर्व की शुरूआत हो गई है। नाहाय खाय की रश्म के साथ ही सभी लोग छठ पूजा की तैयारी में जुट गए हैं, लेकिन भिलाई नगर निगम इस पर्व को लेकर गंभीर नहीं है।
अभी तक निगम कई तालाबों में घाट तक तैयार नहीं कर पाया है। सबसे बुरा हाल कुरुद तालाब का है। यह भिलाई नगर निगम के सबसे बड़े तालाबों में से एक है। निगम ने कुछ महीने पहले ही इस तालाब की सफाई के लिए सवा 2 लाख रुपए के टेंडर जारी किया था। ठेकेदार ने राशि तो निकाल ली, लेकिन तालाब की पूरी तरह से सफाई नहीं किया। इससे तालाब फिर से जल कुंभी से पट गया है। साथ ही दुर्गा विसर्जन और लोगों द्वारा डाला जाने वाला कचरा का यहां अंबार लगा है।
कुरुद तालाब की बदहाली को लेकर भाजपा युवा मोर्चा के मयंक गुप्ता का कहना है कि, छठ पर्व पर तालाब की सफाई व्यवस्था सही से नहीं हो रही है। वार्ड पार्षद और निगम प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए। यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो वह इसके खिलाफ बड़ा मोर्चा खोलेंगे। वहीं वार्ड पार्षद का कहना है कि उन्होंने यहां की अव्यवस्था को लेकर निगम आयुक्त को अवगत कराया है। उन्होंने तालाब की सफाई व्यवस्था कराने की बात कही है।
पानी से आ रही दुर्गंध, नहाने से हो रही खुजली
कुरुद तालाब में गंदगी का आलम यह है कि तालाब का पानी नहाने लायक नहीं बचा है। इस पानी में नहाने से शरीर में खुजली होने लगती है। साथ ही पानी से दुर्गंध आ रही है। लोगों का कहना है तालाब में घरों के नाली का पानी भी जाता है। इससे यहां का पानी नहाने लायक नहीं बचा है। ऐसे में वृत धारी महिलाओं को इसी पानी में अर्ध्य देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
रंग रोगन में गड़बड़झाला
भिलाई नगर निगम जोन 2 के इंजीनियर शंकर मरकाम ने बताया कि मंच और घाट की पुताई के लिए निगम से टेंडर हुआ है। जिस व्यक्ति को टेंडर दिया गया है उसने बिना काई निकाले और धूल साफ किए चूने से पोताई कर दी है। जबकि इंजीनियर का कहना है कि उसे अच्छे तरीके से साफ सफाई करके ही घाटों की पोताई करना है।
घासीदास नगर तालाब में कचरे का अंबार
ऐसा ही कुछ हाल नालंदा स्कूल के आगे घासीदास नगर स्थित तालाब का है। यहां तालाब में गंदगी अटी पड़ी है। लोग यहां कचरा डाल रहे है। निगम ने इस तालाब में सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की है। जबकि सही मायने देखा जाए तो यह तालाब अच्छा भरा हुआ है और सड़क से ठीक किनारे स्थित है। यहां भी छठ पर्व पर बड़ी संख्या में लोग पूजा करने पहुंचते हैं।
सेक्टर 2 के तलाब की सफाई व्यवस्था पर उठे सवाल
सेक्टर 2 तलाब के सौंदर्यीकरण पर भिलाई निगम में अब तक करोड़ों रुपए खर्च कर दिए हैं। इसके बाद भी यहां सफाई सही तरीके से नहीं हुई है। श्रीराम जन्मोत्सव समिति के युवा विंग के अध्यक्ष मनीष पाण्डेय ने शुक्रवार को यहां का दौरा किया और सफाई व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि तालाब में सफाई व्यवस्था के साथ ही साफ पानी भरा जाए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। इस तालाब में छठ पर्व पर सबसे अधिक भीड़ रहती है।
खुर्सीपार और छावनी तालाब की हालत खराब
भाजपा पार्षद दया सिंह ने भी खुर्सीपार और छावनी स्थित तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने निगम की व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि निगम ने तालाब में अब तक ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव तक नहीं किया है। तालाबों की सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं है।