जो शासन की प्राथमिकताएं हैं वह सभी प्राथमिकताएं हमारी होंगी। अपराध भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रहे। जनता को यह विश्वास रहे कि पुलिस उनकी सेवा के लिए है। जो अपराधी हैं उनके मन में डर रहे कि पुलिस उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। यही हमारी प्राथमिकता होगी।
कमिश्नरेट प्रणाली के प्रति लोगों को मीडिया और समय-समय पर अधिकारियों द्वारा जनता के बीच जाकर जागरूक किया जाएगा। जनता को अपनी समस्याओं को बताने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़े इसका विशेष ध्यान दिया जाएगा। जनता को बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जाएगा। इस नई प्रणाली में जनता के पास सुनवाई के ज्यादा मौके होंगे।

रमित शर्मा ने शुक्रवार को बतौर पुलिस कमिश्नर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
संगठित अपराध के खिलाफ जारी रहेगी कार्रवाई
संगठित अपराध के प्रति पिछले दिनों प्रयागराज पुलिस ने बेहतर कार्रवाई की है। उसी कार्रवाई को आगे जारी रखा जाएगा। अपराधियों और माफियाओं की पुलिस कमर तोड़ने का काम करेगी। हमारा प्यास है कि जो नई कमिश्नरेट प्रणाली है उसे जल्द से जल्द प्रयागराज में लागू किया जाए। अभी ऑफिसर्स की तैनाती होनी है। इसके अलावा दफ्तर ऑफिसर की ट्रेनिंग की भी व्यवस्था होनी है लिहाजा थोड़ा वक्त लगेगा। फिर भी हमारा प्रयास है कि नहीं कमिश्नरेट प्रणाली को जल्द से जल्द धरातल पर लिया जाए।

जिले को बेहतर पुलिस तंत्र देंगे
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि जिले को बेहतर पुलिस तंत्र देने का हमारा प्रयास होगा। इस पर अधिकारियों के साथ मिलकर हम काम करेंगे। रमित शर्मा का कहना है कि आगामी महाकुंभ में कानून व्यवस्था और ट्रैफिक प्लान को और बेहतर करने कर प्रयास होगा। रमित शर्मा अभी तक बरेली में बतौर आईजी तैनात थे। 1999 बैच के आईपीएस रमित शर्मा कई जिलों में पुलिस कप्तान के रूप में भी काम कर चुके हैं। प्रयागराज में वे बतौर आईजी तैनात रह चुके हैं। रमित शर्मा अपने काम के प्रति डेडीकेटेड और ईमानदार पुलिस अफसरों में गिने जाते हैं। मेरठ में बतौर आईजी ड्रोन के इस्तेमाल से अपराध पर प्रभावी नियंत्रण में सफलता हासिल की थी। रमित शर्मा आईआईटियन हैं। आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग के बाद 1999 में उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा में हुआ है।