8 महीने पहले अप्रैल 2022 में फतेहपुर में हुए धर्मांतरण मामले की जांच की आंच प्रयागराज तक पहुंच गई है। कथित तौर पर धर्मांतरण कराने के चर्चित मामले में प्रयागराज के सैम हिग्गिन्बाट्म युनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेस (SHUATS) के कुलपति समेत 3 शीर्ष अधिकारियों को पुलिस ने नोटिस जारी कर धर्मांतरण मामले में 29 दिसंबर तक उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है। पुलिस ने शुआट्स के कुलपति, कुलाधिपति व एक अन्य अधिकारी को नोटिस जारी की है। इस प्रकरण में पुलिस ने एक अन्य अधिकारी को भी नोटिस जारी किया है।
चंगाई के नाम पर आरबी लाल पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगता रहा है।
आइए समझते हैं पूरा प्रकरण…
फतेहपुर के हरिहरगंज स्थित इमैजिकल चर्च में 14 अप्रैल 2022 को सामूहिक धर्मांतरण कराए जाने का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद हिंदू संगठनों ने जमकर बवाल काटा था। फतेहपुर पुलिस ने 35 लोगों का धर्मांतरण कराने के आरोप में दर्ज एफआईआर की जांच कर रही है। इस मामले में आरोपियों द्वारा नौकरी, बेहतर शिक्षा, रोजगार और घर देने का वादा कर करीब 35 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया था। आरोपियों ने ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन दिया था।
शुआट्स से जुड़े थे धर्मांतरण के तार
पुलिस की जांच में प्रकाश में आया था कि इस धर्मांतरण के इस मामले में प्रयागराज के नैनी स्थित शुआट्स से तार जुड़ रहे हैं। यहां पूर्व में चंगाई के नाम पर कुलपति आरबीलाल धर्मांतरण का खेल करते रहे हैं। इसकी कई बार पुलिस को शिकायतें मिलती रही हैं।
शुआट्स के चांसलर डॉ. जेट्टी ए ओलीवर, कुलपति बिशप डॉ. राजेंद्र बी लाल, प्रशासनिक अधिकारी विनोद बी लाल की भूमिका धर्म परिवर्तन में सामने आई है। पुलिस की चल रही जांच में इस आशय का सुबूत मिलने के बाद पुलिस ने नोटिस जारी कर 29 दिसंबर तक अपनी भूमिका स्पष्ट करने काे कहा है।
UP में अब तक धर्म परिवर्तन के 54 केस दर्ज
उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के अब तक 54 केस दर्ज हो चुके हैं। फतेहपुर का यह मामला 14 अप्रैल 2022 का है। फतेहपुर के किशन और सत्यपाल ने दावा किया था कि उनका धर्मांतरण 14 अप्रैल को चर्च में कराया गया था। प्रमोद कुमार दीक्षित, संजय सिंह और राजेश त्रिवेदी नाम के लोग भी धर्म परिवर्तन कराने का दावा कर चुके हैं। इन सभी ने कोर्ट में हलफनामा दिया था। हिंदू संगठनों के विरोध और प्रदर्शन के बाद फतेहपुर के हरिहरगंज इलाके में स्थित चर्च में चलाए जा रहे धर्म परिवर्तन के इस धंधे के खिलाफ हिमांशु दीक्षित की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इस रिपोर्ट में एक नाबालिग लड़की सहित कुल 35 लोगों को नामजद किया गया था। नामजद लोगों में 22 लोग ब्रॉडवेल क्रिस्चियन अस्पताल के कर्मचारी हैं। चर्च के पादरी विजय मशीह सहित 26 अभियुक्तों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 506्, 420, 467 और 468 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इनके खिलाफ धर्मांतरण में शामिल रहने के पुलिस को सबूत मिले थे।
आरोपियों से पूछताछ में धर्मांतरण के तार सैम हिग्गिनबॉटम यूनिवर्सिटी के चांसलर, वाइस चांसलर और प्रशासनिक अधिकारी से भी जुड़े थे । इसी कड़ी में पुलिस ने नोटिस जारी कर पूछताछ आने का प्लान किया है।