वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने दो ऐसे दोस्तों को गिरफ्तार किया है जो झपट्टा मार कर मोबाइल छीनने और चोरी की घटना को अंजाम देने में खुद को ट्रेंड कर रहे थे। दोनों आरोपियों की शिनाख्त मंडुवाडीह क्षेत्र की नई बस्ती के रहने वाले अंकित सोनकर और हुकुलगंज निवासी लक्ष्मण के तौर पर हुई है। दोनों के पास से दो मोबाइल बरामद किए गए हैं। पुलिस ने दोनों को आज अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
28 दिसंबर को छीने थे दिव्यांग का मोबाइल
डीसीपी काशी आरएस गौतम ने बताया कि बीती 28 दिसंबर को एक महिला ने सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। महिला के अनुसार उनका दिव्यांग पुत्र शाम के समय घर से पनीर लेने गया था।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया।
वापसी के दौरान वह सिगरा पेट्रोल पंप के समीप पहुंचा था कि पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने झपट्टा मार कर उसका मोबाइल छीन लिया था। इससे पहले भी मोबाइल से संबंधित इसी तरह की घटना को लेकर सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से पकड़े गए दोनों
डीसीपी काशी ने बताया कि दोनों घटनाओं के खुलासे के लिए इंस्पेक्टर सिगरा राजू सिंह के नेतृत्व में दरोगा अमिर बहादुर सिंह, दरोगा कृष्ण कुमार जायसवाल और दरोगा जगदंबा की टीम गठित की गई। सीसीटीवी फुटेज की मदद से अंकित और लक्ष्मण को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह दोस्त हैं और फिलहाल कोई काम नहीं करते हैं। उन्हें लगा था कि छिनैती की घटनाओं को अंजाम देकर चह कम समय में अच्छा पैसा कमा लेंगे। इसी वजह से दोनों ने साथ मिलकर मोबाइल छीनने की घटना को अंजाम देना शुरू किया था।