केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से स्वीकृति के बाद रायपुर से लेकर भिलाई तक 5 फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण एजेंसी सभी ब्रिज का निर्माण सुरक्षा नियमों को ताक में रखकर कर रही है। इससे सड़क दुर्घटनाएं बढ़ी हैं, और अब तक 400 से अधिक लोग अपनी जान गवां चके हैं। अब यही लापरवाही का काम नेशनल हाईवे के किनारे नाली निर्माण में किया जा रहा है।
आपको बता दें कि दुर्ग जिले के अंतरगत कुम्हारी से लेकर भिलाई तक 4 फ्लाई ओवर का निर्माण फरवरी 2019 में शुरू हुआ था। खुर्सीपार ओवर ब्रिज को छोड़ दें तो अन्य सभी का निर्माण 60-70 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। इसके बाद अब निर्माण एजेंसी एनएच के किनारे 3-4 फिट चौड़ी और 7-8 फिट गहरी नाली का निर्माण कर रहा है। एजेंसी ने नाली तो खोद दिया है, लेकिन उसमें गिरने से लोगों को बचाने के लिए कहीं भी बेरीकेट्स का निर्माण नहीं किया है। नेशनल हाईवे से वाहनों का आवागमन होने के बाद भी इस तरह की लापरवाही निर्माण एजेंसी द्वारा की जा रही है। यह सब जिले के कलेक्टर, एसपी और नेशनल हाईवे के इंजीनियर्स के सामने हो रहा है, लेकिन कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

इस तरह सड़क के दोनों ओर बनानी थी सुरक्षा दीवार
नियम के मुताबिक लगाना है टीन शेड
ब्रिज निर्माण के समय जिस तरह कंपनी ने सड़क के दोनों तरफ टीन के शेड से एक पूरी दीवार खड़ी की थी, उसी तरह की सुरक्षा दीवार नाली निर्माण में करना है। टीन शेड लगाने के खर्च बचाने के लिए कंपनी ने नाली के किनारे किनारे पॉलीथिन से बने रिबन मात्र को लगाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ले रही है।

कलेक्टर के निर्देश के बाद भी निर्माण में बरती जा रही लापरवाही
कलेक्टर के निर्देशों का नहीं हो रहा पालन
दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने निर्माण एजेंसी को स्पष्ट निर्देश दिया है कि नाली निर्माण से पहले वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करना है। इससे सड़क से आने जाने वाले वाहन दुर्घटना से बचेंगे। इसके बाद भी निर्माण एजेंसी दिन रात नाली का निर्माण करती जा रही है, लेकिन कहीं भी सुरक्षा नियम व निर्देशों का पालन नहीं कर रही है।

सड़क दुर्घटना में हो चुकी है महिला की मौत
निर्माणाधीन नाली से हुई दुर्घटना में महिला की मौत
भिलाई सुपेला चौक के पास 28 दिसंबर की दोपहर स्कूटर सवार महिला मालती देशमुख (40 साल) की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। महिला पावर हाउस से नेहरू नगर की तरफ जा रही थी। सुपेला घड़ी चौक के पास नाली निर्माण के चलते महिला बीच रोड से चल रही थी। तभी पीछे से आए ट्रक ने उसे अपनी चपेट में ले लिया ।

कुम्हारी फ्लाई ओवर में हुआ था बड़ा हादसा
कुम्हारी ओवर ब्रिज में जा चुकी पति पत्नी की जान
एनएच और निर्माण एजेंसी की लापरवाही ने ही इसी महीने कुम्हारी फ्लाई ओवर ब्रिज में एक अन्नू नाम की बच्ची को अनाथ कर दिया। अन्नू के माता पिता बाइक से रायपुर जा रहे थे। ब्रिज का एक हिंस्सा अधूरा होने के बाद भी निर्माण एजेंसी ने बेरीकेट्स नहीं किया और न ही कोई सूचना बोर्ड लगाया था। इससे अन्नू के माता पिता बाइक सहित ब्रिज से नीचे जा गिरे और उनकी मौत हो गई। इसके कुछ देर बाद उसी जगह पर एक कार भी नीचे गिरी थी। इसमें कंपनी के इंजीनियर्स जेल भी जा चुके हैं।
सड़क दुर्घटना में हाईवा के उड़े परखच्चे
चरोदा भिलाई तीन के पास नेशनल हाईवे में देर रात ट्रैंकर और हाइवा में इतनी तेज टक्कर हुई कि हाइवा की केबिन पूरी तरह पिचक गई। उसका चालक अंदर ही फंस गया। हाइवे पेट्रोलिंग टीम ने तुरंत कटर मशीन की मदद से केबिन को काटकर चालक को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।

फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण काफी हद तक हो चुका है पूरा
सुपेला फ्लाई ओवर ब्रिज
कुम्हारी फ्लाई ओवर ब्रिज
पावर हाउस फ्लाई ओवर ब्रिज
डबरापारा फ्लाई ओवर