मेडिकल मोबाइल यूनिटों के लिए 30 गुना ज्यादा कीमत पर दवाओं की खरीदारी जारी है। सीएमएचओ डॉ. जेपी मेश्राम फोलिक एसिड की 1.73 रु. में 10 गोलियों के रहते पुन: धनवंतरी मेडिकल स्टोर से 65.47 में 10 गोलियां खरीद रहे हैं। इसके लिए उन्होंने जिला अर्बन पब्लिक सर्विस सोसाइटी के सचिव व आयुक्त भिलाई का आदेश होना बताया है।
कहा है कि बतौर सचिव आयुक्त भिलाई ने उन्हें एमएमयू की दवाएं को क्षेत्रीय धनवंतरी मेडिकल स्टोरों से उन्हीं की दरों पर खरीदने का लिखित आदेश दिया है। जबकि पहले सीएमएचओ ने धनवंतरी मेडिकल स्टोरों से ज्यादा कीमत पर स्वंय द्वारा की जाने वाली खरीदारी पर रोक लगा दी था।
हर महीने 30 लाख रुपए ज्यादा खर्च होने के बाद भी आदेश के तहत अधिक कीमत की दवाएं खरीदना फिर से शुरू कर दिया गया है। पूर्व में इस पर रोक लगा दी गई थी। इसे शासन का आदेश बताकर हटा दिया गया है।
ड्रग विभाग भी चुप्पी के चलते लगातार हो रही अनदेखी
दवाओं की कीमत व क्वालिटी कंट्रोल के लिए काम करने वाला ड्रग विभाग चुप्पी साधे हुए है। धनवंतरी मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध दवाओं की कीमत ज्यादा रहते हुए भी उनकी रिपोर्ट दिल्ली नहीं भेज रहा है। यहां तक कि अब तक इनमें किसी मेडिकल के दवा के क्वालिटी की जांच नहीं कराई गई है। जबकि इस विभाग का मूल काम कीमत कंट्रोल व क्वालिटी को नियंत्रित रखना है। इसकी अनदेखी की जा रही है।
आयुक्त ने लिखित आदेश दिया, तब खरीदारी हुई
मेडिकल मोबाइल यूनिटों के लिए क्षेत्रीय धनवंतरी मेडिकल स्टोरों से दवा खरीदने के लिए आयुक्त भिलाई ने लिखित आदेश दिया है। उनका आदेश मिलने के बाद ही मै पुन: धनवंतरी मेडिकल से खरीदारी शुरू किया हूं। दवाओं का हमारा कांटेक्ट रेट धनवंतरी मेडिकल की कीमतों से काफी कम है। लेकिन हम अपने कांटेक्ट रेट से दवाएं नहीं खरीद सकते हैं। एमएमयू के लिए धनवंतरी से ही खरीदने कहा गया है। एक बार पुन: राज्य शासन से मार्गदर्शन मांगा जाएगा।
डॉ. जेपी मेश्राम, सीएमएचओ दुर्ग