दुनिया का भारत पर भरोसा बढ़ रहा है। यही वजह है कि भारत निवेश के लिए दुनियाभर के अरबपतियों की सबसे पसंदीदा जगह बन रहा है। यूबीएस बिलिनेयर एम्बिशन्स रिपोर्ट 2022 में यह बात निकलकर सामने आई है। यह रिपोर्ट 75 देशों के 2,500 से अधिक अरबपतियों के इंटरव्यू और सर्वे पर आधारित है। इस सर्वे में शामिल 58% अरबपतियों ने निवेश के लिए भारत को चुना है, जबकि 42% चीन को बेहतर विकल्प मान रहे हैं। उनका मानना है कि अगले 5 साल एशिया में निवेश की अपार संभावनाएं हैं और इसमें एनर्जी सेक्टर सबसे बेहतर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने कामकाजी युवा आबादी के बलबूते आर्थिक विकास दर में चीन को पछाड़ दिया है। इस मजबूत आर्थिक विकास दर के चलते दुनियाभर के अरबपति भारत में निवेश करना चाहते हैं। इतना ही नहीं, दुनियाभर में जहां अरबपतियों की संख्या घट रही है। वहीं, भारत में बढ़ रही है। यहां 2021 की तुलना में 2022 में अरबपतियों की संख्या 140 से बढ़कर 166 हो गई। इनकी कुल संपत्ति 25.7% बढ़कर 749.8 बिलियन डॉलर हो गई है। दूसरी तरफ, 2021 में चीन में 626 अरबपति थे, जो 2022 में घटकर 540 रह गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले वर्षों में चीन में अरबपतियों और उनकी संपत्ति में यह गिरावट जारी रहेगी। हालांकि, अरबपतियों की गिरती संख्या के मामले में चीन अकेला नहीं है। 2021 में दुनिया में 2755 अरबपति थे और ये 13.1 ट्रिलियन डॉलर संपत्ति के मालिक थे। 2022 में, दुनिया भर में 2,688 अरबपति रह गए और इनकी संपत्ति 12.7 ट्रिलियन डॉलर रह गई। सर्वे में शाामिल 95% अरबपतियों ने कहा कि वे वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपने धन का इस्तेमाल करेंगे।
भारत की ताकत