242 करोड़ का अमृत मिशन फेस-1 पूरा हो चुका है। अब अमृत मिशन 2.0 के लिए सर्वे किया गया है। सर्वे का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। अब इसका डीपीआर तैयार किया जाना है। साथ शासन को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
अमृत 2.0 को आगामी 30 साल यानी वर्ष 2053 तक होने वाले शहर के भौगोलिक बदलाव को देखते हुए किया गया है। इसके अलावा बढ़ने वाली आबादी को भी ध्यान रखकर कार्ययोजना बनाई गई है। इसके लिए शहर के अंदरूनी इलाकों से लेकर आउटर के वार्डों का सर्वे किया गया है।
27 वार्ड में सर्वे किया गया है। इसमें मुख्य रूप से उन स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां पाइपलाइन नहीं बिछ पाई है। इसके अलावा जिन जगहों पर नल का प्रेशर कम है, उन्हें भी चिन्हित किया गया है।
सर्वे के दौरान 4 नई पानी टंकी की ज़रुरत भी बताई गई है। सर्वे रिपोर्ट को आगामी दिनों में महापौर परिषद और सामान्य सभा से अनुमोदन किया जाना है। इसके बाद शासन से स्वीकृति के लिए भेजा जाना है।
अब तक बिछा चुके हैं 708 किमी पाइप लाइन
शहर में अलग-अलग योजनाओं के तहत पेयजल की पाइपलाइन बिछाई गई है। इसमें वृहद पेयजल योजना फेज-1 में पहले पाइपलाइन बिछाई गई। इसके बाद भागीरथी नल जल योजना के तहत पेयजल पाइपलाइन का विस्तार किया गया। इसके बाद अमृत मिशन फेज-1 आया। वर्तमान में अमृत 2.0 के तहत पाइपलाइन का विस्तार किया जाना है।
शहर के इन वार्डों में पेयजल संकट के हालात
जोन 1 के अटल आवास, आईएचएसडीपी आवास, वाम्बे आवास, नेहरू नगर, जुनवानी के आउटर एरिया, कृष्णा नगर, राजीव नगर, लक्ष्मीनगर, रानी अवंती बाई कोहका, सुपेला, नेहरू भवन। जोन 2 के अंबेडकर नगर, राजीव नगर, कैलाश नगर, कुरूद बस्ती, रामनगर मुक्तिधाम, शास्त्री नगर, प्रेम नगर, वृंदानगर। जोन 3 के प्रगति नगर, मदर टेरेसा नगर, बैकुंठ धाम, संतोषी पारा, वीर शिवाजी वार्ड, शारदा पारा, श्याम नगर, संत रविदास नगर। जोन 4 के सोनिया गांधी, चंद्रशेखर आजाद, औद्योगिक क्षेत्र छावनी, बापूनगर, शहीद वीर नारायण सिंह।
फेस-1 में ये वार्ड रहे वंचित इन्हें किया गया शामिल
निगम अफसरों की मानें तो जोन 3 मदर टेरेसा नगर में अमृत मिशन फेस-1 के तहत कोई काम नहीं हुआ है। इसे पूरी तरह से छोड़ दिया गया था। वैशाली नगर के अधिकांश वार्ड, जोन 1 नेहरू नगर के सुपेला बस्ती, लक्ष्मी मार्केट को भी छोड़ दिया गया था। इसलिए यहां पुरानी पाइपलाइन से पेयजल की आपूर्ति हो रही है। पुरानी पाइपलाइन जर्जर हो चुकी हैं। उन्हें शामिल किया है।
सर्वे का काम पूरा, जल्द ही डीपीआर तैयार होगा
जिन वार्डों में अमृत मिशन के तहत पाइप लाइन नहीं बिछाया गया है। जो वार्ड व गली मोहल्ले छूट गए थे, उन वार्डों में अमृत मिशन 2.0 योजना के तहत पानी दिया जाएगा। सर्वे का कार्य चल रहा है। फस्ट फेस का सर्वे हो चुका है। कम से कम 150 किलोमीटर और 4 से 5 नई टंकी बनाई जा सकती है। पर इसमें जनता की डिमांड पर कम ज्यादा हो सकता है।
संजय शर्मा, ईई जल कार्य विभाग नगर निगम भिलाई