वाराणसी | 18 दिन पहले कोलकाता से निकला गंगा विलास लग्जरी क्रूज आज वाराणसी पहुंच गया है। मौसम खराब होने की वजह से यह 3 दिन देरी से काशी पहुंचा। क्रूज में फ्यूल भरने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद क्रूज रामनगर बंदरगाह से संत रविदास घाट पर पहुंचेगा। यहां पर उसके भव्य स्वागत की तैयारियां चल रही हैं।
इस दौरान वह 3,200 किलोमीटर से अधिक की यात्रा का लंबा सफर तय करेगा। यह क्रूज भारत एवं बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदियों के रास्ते अपनी मंजिल पर पहुंचेगा। इस लंबे सफर में एमवी गंगा विलास क्रूज पटना, साहिबगंज, कोलकाता, ढाका और गुवाहाटी जैसे 50 पर्यटक स्थलों से होकर गुजरेगा।
वाराणसी के रामनगर बंदरगाह पर पहुंचे गंगा विलास क्रूज में फ्यूल भरा जा रहा है।
सोमवार को क्रूज चंदौली के धानापुर से दोपहर में निकला था और वाराणसी की सीमा में प्रवेश कर गया था। वहीं, शाम को वाराणसी के राजघाट से करीब 8 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया था। वहीं, रविवार को गाजीपुर में ही सभी 30 स्विस यात्रियों को क्रूज से उतारकर बनारस ले आया गया। यहां पर उनका भव्य स्वागत किया गया।
अब बात करते हैं 13 जनवरी से शुरू हो रहे सबसे एडवेंचरस जलयात्रा के बारे में…
ये दुनिया की सबसे लंबी और महंगी यात्रा
कोलकाता से वाराणसी आ रहे क्रूज को गाजीपुर में रोककर यात्रियों को उतारा गया था।
दुनिया के सबसे लंबे और महंगे नदी जल यात्रा की शुरुआत 13 जनवरी को वाराणसी से हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लग्जरी क्रूज गंगा विलास को वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना करेंगे। 51 दिनों तक एडवेंचरस सफर पर निकलने वाला यह क्रूज बांग्लादेश से होते हुए असम के बह्मपुत्र नदी से डिब्रूगढ़ तक जाएगा।
गंगा विलास क्रूज के सेकंड फ्लोर पर एक 40 सीटर रेस्टोरेंट भी बनाया गया है। यहां पर वाइन, सैंपेन से लेकर 5 स्टार होटल के स्तर का खाना परोसा जाएगा।
क्रूज पर 18 सुइट्स, स्पा रूम और 3 सनडेक
गंगा विलास क्रूज की लंबाई साढ़े 62 मीटर और चौड़ाई 12.8 मीटर है। इसमें पर्यटकों के रहने के लिए कुल 18 सुइट्स हैं। साथ में एक 40 सीटर रेस्टोरेंट, स्पा रूम और 3 सनडेक हैं। साथ में म्यूजिक का भी अरेंजमेंट है।
क्रूज के सबसे अपर फ्लोर पर तीन सनडेक भी है। यहां पर चाय के साथ धूप का आनंद ले सकते हैं।
27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा क्रूज
यह क्रूज यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम के कुल 27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा। मुख्य तीन नदियां गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र नदियां पड़ेंगी। क्रूज बंगाल में गंगा की सहायक और दूसरे नामों से प्रचलित भागीरथी, हुगली, बिद्यावती, मालटा, सुंदरवन रिवर सिस्टम, बांग्लादेश में मेघना, पद्मा, जमुना और फिर भारत में ब्रह्मपुत्र से आसाम में प्रवेश करेगा। भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल की वजह से यह यात्रा बांग्लादेश को क्रॉस करेगी। क्रूज यात्री 15 दिनों तक बांग्लादेश में पर्यटन करेंगे।
क्रूज के सुइट में बना बेडरूम, जहां से आप गंगा और किनारे का आनंद ले सकते हैं। पर्यटक बेडरूम में बैठे-बैठे गंगा के सभी 84 तीर्थ घाटों का दर्शन कर सकते हैं।
यहां जाने 18 सुइट्स का किराया
गंगा विलास क्रूज का संचालन अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज सर्विस के द्वारा किया जाएगा। गंगा विलास को अगले दो साल के लिए स्विस पर्यटकों के लिए बुक किया गया है। एक सुइट 38-38 लाख रुपए में बुक किए गए हैं।
यह किराया किसी एक पर्यटक ने नहीं, बल्कि कई पर्यटकों ने अलग-अलग डेस्टिनेशन के लिए रिजर्व किया है। 13 जनवरी को शुरू हो रहे दुनिया के सबसे लंबे नदी जलयात्रा में बनारस से डिब्रूगढ़ तक एक यात्री को 13 लाख रुपए चुकाने होंगे। 8 पेज के टिकट बुक पर लिखा है कि यह किराया US डॉलर या यूरो में ही मान्य होगा। वहीं, अलग-अलग ट्रेवेल स्लॉट के लिए किराया अलग-अलग है।
फिलहाल देश में वाराणसी और कोलकाता के बीच 8 रिवर क्रूज संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा दूसरे राष्ट्रीय जलमार्ग (ब्रह्मपुत्र नदी) पर भी क्रूज का आवागमन जारी है।
आइए, देखते हैं क्या है पैकेज के अनुसार कितनी लग्जीरियस है यह क्रूज यात्रा…
गंगा विलास क्रूज का रॉयल सुविधाओं वाला सुइट।
इनक्रेडिबल बनारस पैकेज की कीमत 1 लाख 12 हजार रुपए है। इस पैकेज में गंगा घाट से लेकर रामनगर तक का पर्यटन शामिल है। यह यात्रा 4 दिन की होगी। वहीं, बनारस में एक दिन की यात्रा का किराया 300 डॉलर यानी कि करीब 25 हजार रुपए है।
गंगा विलास क्रूज का यह आलीशान सुइट है। पर्यटक यहां पर विंडो से गंगा का दर्शन कर सकेंगे।
कोलकाता से बनारस पैकेज का किराया 4,37,250 रुपए हैं। इसमें जलयान कोलकाता से निकलकर मुर्शिदाबाद, फरक्का, सुल्तानगंज, बोधगया होते वाराणसी पहुंचेगा। यह यात्रा कुल 12 दिनों की है।
कोलकाता से बांग्लादेश की राजधानी ढाका तक की यात्रा के लिए भी 4,37,250 रुपए चुकाने होंगे। वहीं, बांग्लादेश में सुंदरबन डेल्टा के भ्रमण के लिए प्रति व्यक्ति टिकट 1 लाख 20 हजार रुपए देने होंगे। कोलकाता के बेलुर मठ, बंगाल टाइगर और मंदिरों के लिए 1 लाख 75 हजार रुपए देने होंगे। यह यात्रा 12 दिनों की होगी।
लग्जरी क्रूज के आलीशान सुइट का वाशरूम। यहां पर बाथ टब भी लगाया गया है।
कोलकाता से मुर्शिदाबाद राउंड ट्रिप के लिए 2,92,875 रुपए देने होंगे। इसमें कुल 8 दिन लगेंगे।