प्रयागराज और वाराणसी के बीच भी क्रूज सेवा शुरू करने की तैयारी है। इसी कड़ी में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखा है। सरकार ने गंगा में जलमार्ग विकसित करने और यह सेवा जल्दी शुरू करने का आदेश दिया है।
महाकुंभ से पहले दोनों शहरों के बीच क्रूज सेवा
प्रयागराज में 2025 में लगने वाले महाकुंभ को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ व केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार काफी उत्साहित है। पर्यटन और ब्रांडिंग के लिहाज से दोनों सरकारें Mahakumbh-2025 को महत्वपूर्ण मान रही हैं। महाकुंभ 2025 में देश-दुनिया से करीब 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने की उम्मीद है। ऐसे में सरकार पर्यटन के लिहाज से क्रूज सेवा को महत्वपूर्ण मान रही है।
कई स्थानों पर गंगा में कम पानी सबसे बड़ी समस्या
वाराणसी और प्रयागराज के बीच क्रूज सेवा शुरू करने में सबसे बड़ी बाधा गंगा में कई स्थानों पर जलस्तर में कमी है। जलस्तर कम होने से हजारों टन का कूज फंस जाएगा। दुर्घटना भी हो सकती है। सरकार को इस कमी को दूर करने के लिए जहां कम पानी है वहां पर ड्रेजिंग करके दूर करनी होगी। मुख्यमंत्री कार्यालय से इस आशय का पत्र भेजा गया है कि जहां जहां गंगा में पानी कम हो उन स्थानों को पहचानकर ड्रेजिंग कराया जाए। चूंकि ड्रेजिंग का काम भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण का पटना कार्यालय करता है ऐसे में सीएम कार्यालय के इस पत्र को वहां भेजा गया है।