दुर्ग : बाागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र महाराज को लेकर अनर्गल बयान करने के मामले में बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने नंद कुमार बघेल और श्याम मानव का पतला दहन किया। उन्होंने पहले तो पुतले को जूते चप्पलों से मारा इसके बाद उसमें आग लगाकर उसका दहन कर दिया। कहा ऐसे लोग सनातन समाज के द्रोही हैं। इस दौरान उन्होंने असम में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के मामले को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा। बजरंग दल के विभाग संयोजक राकेश तिवारी ने कहा यदि कोई भी व्यक्ति संत समाज के ऊपर गलत टिप्पणी करेगा तो बजरंग दल बर्दाश्त नहीं करेगा। रायपुर आए कथा वाचक बागेश्वर महराज को चैलेंज करने वाला श्याम मानव खुद ही भाग गया। वहीं नंदकुमार बघेल ने भी उनके ऊपर गलत टिप्पणी की है। पूरा हिंदू समाज ऐसे लोगों का विरोध करता है। ऐसे लोग हिंदू समाज और सनातन समाज के द्रोही है। बजरंग दल इसका विरोध करता है। इसीलिए इन दोनों का पुतला दहन करके विरोध प्रदर्शन किया गया। पुतला दहन करने के बाद सभी बजरंगी हिंदी भवन से पैदल मार्च करके कलेक्टोरेट पहुंचे और राष्ट्रपिता के नाम ज्ञापन सौंपकर बजरंगियों के ऊपर हो रहे हमलों को लेकर कठोर कानून बनाने की मांग की।
पुतले को जूते मारेते हुए
राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर की मांग
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर कहा कि भारत देश विकट परिस्थितियों से जूझ रहा है। यहां जेहादी लोग घृणा और आतंक का वातावरण बना रहै हैं। दूसरे समाज के लोग हिंदू समाज को आतंकित करने का प्रयास कर रहे हैं। हिंदू नेताओं पर हमले किए जा रहे हैं। बीते 8 जनवरी को असम के अमीरगंज जिले के लोविरपुरा में बजरंग दल के एक 16 वर्षीय कार्यकर्ता शुभम कैरी की एक जेदाही द्वरा चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। अब तक 32 बजरंगियों पर हमले किए जा चुके हैं। इसलिए ऐसे जेहादियों को रोकने के लिए कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है