प्रयागराज में इन दिनों स्वास्थ्य विभाग के लाभार्थियों को नायाब तरीके से ठगा जा रहा है। कुछ फ्रॉड इन दिनों ज्यादा सक्रिय हैं। यह जनपद के सभी आशा कार्यकर्ताओं के मोबाइल नंबर पर कॉल करके खुद को स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी बताते हैं। इसके बाद मातृत्व वंदना योजना के लाभार्थियों का मोबाइल नंबर मांगते हैं और उन्हें कॉल करके उनका खाता नंबर और मोबाइल नंबर पूछते हैं। इसके बाद कुछ देर बाद लाभार्थी के खाते से रुपए निकाल ले रहे हैं। एक-एक कर सभी आशा कार्यकर्ताओं के पास फोन आना शुरू हुआ तो वह इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया। पता चला कि इस तरह का कोई फोन विभाग की ओर से नहीं जा रहा है। इस मामले की शिकायत पुलिस को भी दी गई है। अब तक रंजू, रंजना देवी, पूजा, आकांक्षा दुबे, पूजा केसरवानी से लाखों की ठगी किया जा चुका है।
मना करने पर गाली देते हैं फ्रॉड
यह फ्रॉड करने वाले आशा कार्यकर्ताओं को अलग अलग नाम और अलग अलग मोबाइल नंबरों से कॉल करते हैं। कभी स्वास्थ्य विभाग का सीओ पंकज श्रीवास्तव तो कभी राजेश अग्रवाल नाम बताते हैं। सुकन्या सुमंगला योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लाभार्थियों का नंबर मांगते हैं। एक आशा कार्यकर्ता ने नंबर देने के लिए मना किया तो वह गालियां देने लगा। आशा कार्यकर्ता ने कहा, कि जब हमने रजिस्ट्रेशन खुद किया है तो आप क्या करेंगे लाभार्थी का नंबर लेकर। अभी तक 7439105622, 8509614615 और 7001272392 से कॉल किया जा रहा है। सीएमओ डॉ. आशु पांडेय ने सभी आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि किसी भी कॉल पर वह किसी लाभार्थी का नंबर न दें। विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें।
डॉ. आशु पांडेय, सीएमओ प्रयागराज BY DB
केस : 1
काॅल करके पूछते हैं फोन-पे का नंबर
आकांक्षा दुबे पत्नी अंशुमान शुक्ला ने CMO से इसकी शिकायत भी की है। आकांक्षा ने बताया कि 20 जनवरी को सुबह उनके पास कॉल आई। कहा गया कि जिला अस्पताल द्वारा आपको पांच हजार रुपए भेजा जाना है, इसलिए फोन पे या पेटीएम नंबर का दे दें। नंबर बताने के कुछ देर बाद ही उसके मोबाइल को हैक करके उसके खाते से 24351 हजार रुपए निकाल लिए गए। उसने इसकी शिकायत साइबर सेल भी की है, जिसमें आशा कार्यकर्ता की भूमिका भी संदिग्ध बताया है।
केस : 2
16 बार में निकाल लिए 80 हजार रुपए
निहालपुर लकड़ीमंडी की रहने वाली पूजा केसरवानी ने शिकायत कर बताया है कि उनके बगल की आशा कार्यकर्ता ने सुकन्या योजना के तहत खाते में 15 हजार रुपए आने की बात कही। खाता नंबर समेत अन्य विवरण भी लिए। इसके बाद लगातार खाते से रुपए कटने लगे। 16 बार में 80 हजार रुपए निकाल लिए गए।