वाराणसी में CNG बोट रैली खत्म हो गई है। इसी के साथ चेत सिंह घाट पर भव्य लेजर शो की प्रदर्शनी शुरू हो गई। आज गंगा में नमो घाट से शुरू हुई CNG बोट रैली संत रविदास घाट पर आकर समाप्त हुई। 100 से ज्यादा CNG बोट ने गंगा में 12 किमी की लंबी दूरी 90 मिनट में तय की। वहीं, रैली से पहले वाराणसी में आज दोपहर 1 बजे से रात 8 बजे तक गंगा पर बोटिंग प्रतिबंधित कर दी गई थी।
नमो घाट पर CNG बोट रैली कार्यक्रम को संबोधित करते केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी।
वाराणसी के नमो घाट पर आयोजित CNG बोट रैली को हरी झंडी केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने दिखाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि वाराणसी में गंगा किनारे रविदास घाट पर दूसरा CNG टर्मिनल बनेगा। उत्तर प्रदेश सरकार से जमीन सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी होते ही पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से कार्य शुरू कर दिया जाएगा। हरदीप पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की चाह थी कि वाराणसी में नाव डीजल की जगह CNG से चले। आज बताते हुई खुशी हो रही है कि वाराणसी में 580 नावें सीएनजी में तब्दील हो गईं हैं। डीजल की तुलना में CNG अधिक कुशल ईंधन होने के कारण नाविकों के लिए काफी बचत होती है। CNG डीजल की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा माइलेज देती है। नाविक समुदाय ने इसका उपयोग कर पैसे बचाए हैं।
वाराणसी के नमो घाट से बोट रैली निकलने के बाद कार्यक्रम स्थल बिल्कुल सूना हो गया।
घाट पर भव्य लेजर लाइट शो
CNG बोट रैली के समाप्त होते ही चेत सिंह घाट पर भव्य लेजर शो की शुरुआत हुई। यहां पर शिव और काशी के संबंधों के साथ एनर्जी इंडिया वीक और ग्रीन गंगा का मैसेज दिया जा रहा है। मंत्री हरदीप पुरी, राज्य में ऊर्जा मंत्री समेत तमाम नेताओं का काफिला दो क्रूज के द्वारा चेत सिंह घाट पर पहुंच रहा है। फिलहाल, पूरा काफिला अभी दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती का नजारा ले रहा है। शाम को करीब 7 बजे रैली में शामिल नाविक और अधिकारी चेत सिंह घाट पर भव्य लेजर लाइट शो का भी लुत्फ उठाएंगे।
दुनिया के पहले नदी CNG रिफिलिंग स्टेशन नमो घाट से संत रविदास घाट के बीच में 3 स्टेशन पर 5-5 मिनट का रेस्ट टाइम था। वहीं, केरल के कोट्टायम से 6 विशेष बोट संचालकों की टीम को बुलाया गया था। इसकी पूरी मॉनिटरिंग उनके ही हाथों में थी।
नमो घाट से निकलती बोट रैली।
भारत में पहली बार इस तरह की रैली की जा रही है। अगले महीने यूपी में होने वाले G-20 से पहले बेंगलुरु में 2 फरवरी से एनर्जी वीक मनाया जाना है। इसी के लिए काशी में CNG बोट्स की रैली हो रही है।
‘काशी के रंग, ऊर्जा के संग’ थीम पर निकलेगी रैली
वाराणसी में हॉट एयर बैलून एंड बोट फेस्ट की सफलता के बाद अब CNG बोट रैली का आयोजन किया जा रहा है।
‘काशी के रंग, ऊर्जा के संग’ थीम पर यह रैली निकलेगी। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी और ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री एके शर्मा नमो घाट पर शाम करीब 4.30 बजे हरी झंडी दिखाकर CNG बोट रैली को रवाना किया। गंगा में इस रैली को करने के पीछे वजह लोगों को ग्रीन एनर्जी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना है। साथ ही गंगा नाविकों को CNG बोट्स चलाने की प्रेरणा मिलेगी। गंगा में प्रदूषण कम हो सके।
इस फोटो को देखिए, गंगा में नाव से धुआं निकलता दिख रहा है। गंगा में अभी भी डीजल से चलने वालीं 70 नावें प्रदूषण फैला रहीं हैं। स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन का दावा है कि इस साल इसे भी खत्म कर दिया जाएगा।
गंगा में 90% बोट्स हो गईं CNG
वाराणसी में पहली बार CNG बोट रैली का आयोजन किया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि गंगा में दुनिया में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर CNG आधारित बोट चल रही हैं। गंगा में कुल 657 रजिस्टर्ड बोट हैं, जिसमें से 587 डीजल से संचालित नौकाओं को CNG में कनवर्ट कर लिया गया है।
करीब 90 प्रतिशत नावें ग्रीन एनर्जी से चल रहीं हैं। शेष बची नावों को भी इसी साल CNG कर लिया जाएगा।
फ्री में मिलेगी CNG गैस
आयोजकों का कहना है कि काशी से दिया गया हर संदेश पूरी दुनिया में जाता है, इसलिए इस बार गंगा से ग्रीन ऊर्जा का संदेश दिया जाएगा।
रैली करा रहे गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के अधिकारियों के मुताबिक, बोट रैली के साथ ही पेट्रोलियम मिनिस्ट्री से संबंधित विभागों का CNG बोट रेस का भी हो रहा है। रैली में भाग लेने के लिए नाविकों को फ्री में CNG गैस भी दी गई है।
नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक, आज दोपहर 1 बजे से रात 8 बजे तक नमो घाट से रविदास घाट तक नावों का संचालन बंद कर दिया गया था। काशी से दिया गया हर संदेश पूरी दुनिया में जाता है, इसलिए इस बार गंगा से ग्रीन ऊर्जा का संदेश दिया जाएगा। जो अविरल, निर्मल गंगा की गूंज के साथ पूरी दुनिया में प्रसारित होगा।
वाराणसी पहुंचे बोट रैली के आयोजक गैस इंडिया अथॉरिटी लिमिटेड और पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारी।
बोट रैली में क्या-क्या है खास