मेजा। क्षेत्र के लक्षन चौकठा (भरारी) इलाके में स्थापित उरुवा प्रथम पेयजल समूह योजना के सुदृढ़ीकरण हेतु दो वर्षों पूर्व करोड़ों की लागत का शिलान्यास कराया गया। लेकिन शिलान्यास के बाद निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है। इससे आम जन मानस में खासा आक्रोश व्याप्त है। लोग डीएम से शिकायत करेगें।
बतादें की पूर्व मुख्यमंत्री हेमवंती नंदन बहुगुणा जोशी द्वारा पानी की गम्भीर समस्या को देखते हुए करोडों की लागत से उक्त योजना का निर्माण कराया गया था। योजना से आंधी, गरेथा,ऊँचडीह, भरारी,कपूरी,कोढनिया,लक्षन चौकठा समेत दर्जनों गांवों में जलापूर्ति की जाती थी। लेकिन दो वर्षो पूर्व योजना में कार्यरत कर्मचारियों का तबादला कर योजना कर्मचारी विहीन कर दी गई। स्थानीय ग्रामीण सन्तोष यादव के भरोशे जलापूर्ति की जिम्मेदारी छोड़ दी गई है। ग्रामीणों ने सबमन्धित विभाग के एक्सईएन समेत जेई को कर्मचारियों की नियुक्ति हेतु पत्र लिखा। लेकिन योजना की सुध लेने वाला कोई नहीं है। अब इसकी शिकायत ग्रामीण डीएम से करेगें।
बीते आठ वर्षों से योजना की साफ सफाई तक नहीं कराई गई
वहीं बीते वर्ष 2021 में सांसद रीता बहुगुणा जोशी एवम तत्कालीन विधायक नीलम करवरिया द्वारा योजना के सुदृढ़ीकरण हेतु एक करोड़ तीस लाख (117.30) की लागत का शिलान्यास कर जल्द ही निर्माण हेतु निर्देशित किया गया। लेकिन शिलान्यास के बाद जिम्मेदार निर्माण कराना ही भूल गए। योजना के बाउंड्रीवाल निर्माण में जमकर लापरवाही की गई। बीते आठ वर्षों से योजना की साफ सफाई तक नहीं कराई गई है। समूचे परिसर में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। इन दिनों जलापूर्ति का आलम यह है कि लोगों को दूर दराज से पानी लाना ओढ़ रहा है। इससे जलापूर्ति का संकट गहराता जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार कुम्भकर्णी नींद से बाज नहीं आ रहे हैं।
नियमित जलापूर्ति ना होने से क्षेत्र में पानी को लेकर हाहाकार
लक्षन चौकठा निवासी डॉ. दीपक सिंह ने बताया की योजना की नियमित जलापूर्ति ना होने से क्षेत्र में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसके जिम्मेदार केवल अधिकारी हैं। शिकायत के बाद भी जलापूर्ति बेपटरी है। यह अफ़सोस जनक है।