प्रयागराज : शिकंजे में अतीक अहमद के शूटर गुलाम के करीबी तीन लोग
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल से पकड़े गए तीनों
STF, क्राइम ब्रांच की टीम तीनों युवकों से पूछताछ में जुटी।
बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और सिपाही की हत्या के बाद बरेली में अलर्ट जारी कर दिया गया। माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ बरेली जिला जेल में बंद है। ऐसे में घटना के बाद से उसके बैरक से निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। निगरानी बढ़ा दी गई है। बाकायदा, इसके लिए अलग-अलग टीमें गठित कर ड्यूटी तय की गई हैं।
बीते करीब ढाई साल पहले अशरफ नैनी जेल से बरेली जिला जेल स्थानांतरित किया गया था। अशरफ जिला जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है। प्रयागराज की घटना के बाद शासन स्तर से अलर्ट जारी किया गया। आरोपित का बैरक से निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। जेल प्रशासन आरोपित की हर गतिविधि पर नजर रख रही है।
खुफिया टीमें खंगाल रही कुंडली
इधर, घटना के बाद से बरेली में खुफिया टीमें भी बरेली में अशरफ के संपर्क में रहने वालों की कुंडली खंगाल रही है। यह जानकारी जुटाई जा रही है कि अशरफ के जेल में बंद रहने के दौरान उनसे मुलाकात करने वालों में कौन-कौन है। उनका एक-दूसरे का कनेक्शन देखा जा रहा है।
बीते साल एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था, जिसमें सभी गाड़ियां प्रयागराज नंबर की थी। बताया गया कि वह माफिया अतीक के गुर्गे हैं। अशरफ से मुलाकात को जेल पहुंचे थे। इसी के बाद से अफरा-तफरी मच गई थी। अशरफ की निगरानी बढ़ा दी गई थी।
इन्होंने कहा…
जिला जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला ने बताया कि जिला जेल में माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ बंद है। बंदी अशरफ की निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके लिए अलग-अलग टीमें गठित कर दी गई हैं। उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।