वाराणसी के पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक (तकनीकी) पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज हुआ है। करीब 98 लाख रुपए के गबन की बात सामने आ रही है। भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में तैनात निदेशक पृथ्वी पाल सिंह के खिलाफ गोरखपुर के प्रभारी निरीक्षक सतर्कता चंद्रभूषण प्रजापति की तहरीर पर चितईपुर थाने में FIR दर्ज हुआ है। निदेशक पृथ्वी पाल सिंह के खिलाफ यूपी पावर कारपोरेशन लखनऊ में शिकायत पत्र देकर जांच की मांग उठी थी।
कमाई से 21% ज्यादा मिला खर्च
जांच कराने के बाद पता चला कि पृथ्वी पाल की सैलरी जून 1986 से जून 2022 तक कुल 4 करोड़, 62 लाख 82 हजार 776 रुपए बनी थी। जबकि, निदेशक ने अपना पर्सनल खर्च कुल 5 करोड़ 60 लाख 62 हजार 667 रुपए से ज्यादा का दिखाया था। इन पर जरूरत से 21% ज्यादा आय अर्जित करने का आरोप लगा है। यानी कि उनकी कमाई से यह करीब 97, 79 हजार 891 रुपए ज्यादा मिला। निदेशक बाकी के पैसे का हिसाब-किताब नहीं दे पाए।
28 फरवरी को है रिटायरमेंट
चितईपुर के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार मिश्र ने कहा कि जांच में पता चला कि इनकम से ज्यादा एक्सपेंस किया गया है। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी 28 फरवरी को रिटायर होने वाले थे। उन्होंने बिजली विभाग में 37 साल नौकरी की है।