जांजगीर-चांपा..
प्रदेश के शिक्षा विभाग में मध्यान्ह भोजन योजनांतर्गत 350 कंप्यूटर आपरेटर है। जिले में 18 मध्यान्ह भोजन आपरेटर है। जो करीब 10 से 12 वर्षो तक शिक्षा विभाग अंतर्गत कार्यालय, जिला कार्यालय, विकासखंड कार्यालय में कार्यरत है। स्कूल शिक्षा विभाग के मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत समस्त कार्य के अलावा स्थापना से संबंधित कार्यो को भी इन कंप्यूटर आपरेटर द्वारा किया जाता है। मध्यान्ह भोजन आपरेटर संघ के प्रदेशाध्यक्ष कमलेश साहू ने बताया कि इस संबंध में नियमितकरण सहित अन्य मांगों को लेकर कई बार ज्ञापन सौंप चुके है। इसके बावजूद समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है। नियमित नहीं करने से कम पैसा में परिवार चलाना भी मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद आज दिनांक तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इससे आक्रोशित होकर मध्यान्ह भोजन कर्मचारी संघ 1 जुलाई से सप्ताह भर तक सांकेतिक कलम बंद हड़ताल किए थे। इसके बाद भी मांगों पर विचार नहीं किया। इसलिए 1 सितंबर से अनियिमित कर्मचारी महासंघ के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले जाएंगे। सभी कर्मचारी कलमबंद, कामबंद के तहत राजधानी में जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
स्कूलों में ठप हो जाएगा मध्यान्ह भोजन
मध्यान्ह भोजन आपरेटर संघ के हड़ताल में चले जाने से मध्यान्ह भोजन ठप हो सकता है। मध्यान्ह भोजन का कूपन इन्ही आपरेटर द्वारा दिया जाता है। अगर कूपन दिया ही नहीं जाएगा तो मध्यान्ह भोजन के चावल कहा से मिलेगा। ऐसे में मध्यान्ह भोजन स्कूलों में पूरी तरह से ठप हो जाएगा। इसके अलावा आफिस का कई आनलाइन काम भी इन्हीं आपरेटर के भरोसे है। यह सब आफिस का काम भी प्रभाति होगा।
मांगों में यह है शामिल
स्कूल के रिक्त डाटा एंट्री ऑपरेटर एव सहायक ग्रेड 3 पदों पर नियमितिकरण, महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश का लाभ, समानकाम-समान वेतन, ईपीएफ कटौती सुविधा, महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश की पात्रता देने की मांग शामिल है।