होली कब है, इस बात को लेकर उलझन की स्थिति बनी हुई है। इस साल देश भर में दो दिन होली मनाई जाएगी क्योंकि तिथियों का ऐसा संयोग बना है कि देश के अलग-अलग भागों में लोग अलग-अलग तिथियों में होली मना सकते हैं। दरअसल हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन चैत्र मास के कृष्ण प्रतिपदा को रंग गुलाल के साथ धुलंडी मनाई जाती है। लेकिन इस साल पूर्णिमा तिथि को लेकर अजब सी स्थिति बनी हुई है। इस कारण उत्तर पश्चिमी भारत और पूर्वी भारत में दो अलग-अलग दिनों में होलिका दहन और रंगोत्सव मना सकते हैं।
होलिका दहन की तारीख 2023
शास्त्रों के अनुसार होलिका दहन पूर्णिमा तिथि में भद्रा मुक्त समय में किया जाना चाहिए। विशेष स्थिति में भद्र मुख और भद्रा पुच्छ को छोड़कर भी होलिका दहन किया जा सकता है। लेकिन इसके साथ यह भी शर्त है कि जिस दिन प्रदोष काल में पूर्णिमा हो उस दिन होलिका दहन किया जाना चाहिए।
कहां किस दिन होलिका दहन
पंजाब, महाराष्ट्र, जम्मू, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान में 6 मार्च को होलिक दहन किया जाएगा क्योंकि पूर्णिमा तिथि प्रदोष काल में है।
बिहार उत्तर प्रदेश में होलिका दहन की तारीख
पूर्वी भारत में 7 मार्च को प्रदोष काल में पूर्णिमा तिथि व्याप्त रहेगी और इस दिन भद्रा भी नहीं रहेगा। इसलिए 7 मार्च को होलिका दहन किया जाना उत्तम रहेगा। इसमें किसी प्रकार का कोई दोष भी नहीं रहेगा। इसलिए पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में होलिका दहन 7 मार्च को किया जाएगा और 8 मार्च को रंगोत्सव मनाया जाएगा। इसमें एक और ध्यान रखने की बात है कि जहां पर सूर्यास्त 7 मार्च को 6 बजकर 10 मिनट से पहले होगा वहां पर होलिका दहन 7 मार्च को किया जाएगा।