जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त जांच में लाइसेंस हासिल करने वाले दो निजी अस्पतालों में खामियां मिली हैं। इनमें एक केलाबाड़ी दुर्ग स्थित साईं नर्सिंग होम और दूसरा कादम्बरी नगर का महिमा अस्पताल शामिल है। इन दोनों अस्पतालों को मानक पूरा कराना बताकर सीएमएचओ ने पूर्व में नर्सिंग होम एक्ट का लाइसेंस दिलाया था। अब औचक जांच करने एसडीएम लक्ष्मण तिवारी अस्पताल पहुंचे तो भर्ती मरीजों को देखने के लिए न योग्य स्टॉफ न ही साफ-सफाई मिली है।
संक्रमण की आशंका में एसडीएम ने मौखिक तौर पर दोनों अस्पतालों में नए मरीज भर्ती करने पर पाबंदी लगा दी है। मंगलवार को नोटिस थमाकर खामियों को दुरुस्त करने के लिए समय भी दिया है। लक्ष्मण तिवारी ने बताया कि निर्धारित समय में वे खामियां दूर नहीं की गई तो नर्सिंग होम एक्ट समिति के अध्यक्ष की ओर से बंद कराने की कार्रवाई की जाएगी। तब तक के लिए नए मरीज भर्ती करने पर रोक लगा दी गई है। बहरहाल जिले के निजी अस्पतालों में नर्सिंग होम के तहत जांच की प्रक्रिया जारी है। नियमित जांच की जा रही है।
जांच के दौरान खुलासा एक ही व्यक्ति द्वारा कई जगहों पर अस्पतालों का संचालन किया जा रहा, कार्रवाई होगी
सांई हास्पिटल हो या महिमा अस्पताल, दोनों का स्वामित्व एक ही व्यक्ति के पास है। कुछ अन्य के साथ मिलकर वे जिले में चार और अस्पतालों का संचालन कर रहे हैं। इनमें एक सेलूद हास्पिटल, दूसरा पाटन हास्पिटल, तीसरा जेमिनी हास्पिटल और चौथा जामुल हॉस्पिटल है। लाइसेंस की मियाद खत्म होने के बाद रिनुवल कराने आवेदन किए हैं।